जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और बिहार में मौसम का कहर: बर्फबारी और बाढ़ से तबाही

दिल्ली। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में पिछले 24 घंटों से लगातार बर्फबारी जारी है। सेना ने डोडा जिले के ऊपरी इलाकों में बर्फीले तूफान में फंसे बकरवाल समुदाय के 25 आदिवासियों को सुरक्षित निकाल लिया। वहीं, जम्मू-कश्मीर के कटरा में वैष्णो देवी यात्रा 5 अक्टूबर से रोकने के बाद 8 अक्टूबर से फिर शुरू हुई।

हिमाचल प्रदेश में लगातार तीसरे दिन बर्फबारी हुई। लाहौल-स्पीति में तापमान -0.5°C दर्ज किया गया। बिलासपुर में निजी बस पर लैंडस्लाइड होने से 15 लोगों की मौत हो गई। उत्तराखंड में बद्रीनाथ, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में पहली बर्फबारी हुई, जहां तापमान केदारनाथ में 5°C तक गिरा। चारधाम यात्रा का दूसरा दौर जारी है और रोजाना 5 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

बिहार में लौटते मानसून और नेपाल में हुई बारिश के कारण 5 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। सुपौल में 5 हजार घर जलमग्न हैं और मधुबनी में लगभग एक लाख लोग प्रभावित हुए हैं। उफान पर बागमती और कोसी नदियों के कारण खतरा बढ़ा है। मौसम विभाग ने बिहार के 26 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है।

मैदानी राज्यों में भी पहाड़ी राज्यों की बर्फबारी और बारिश का असर दिखने लगा है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई शहरों में तापमान गिर गया और ठंड बढ़ी। पंजाब-चंडीगढ़ में सुबह-शाम ठंड का असर महसूस हो रहा है।

विशेषज्ञों का कहना है कि बर्फबारी और बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है, जबकि मौसम विभाग ने पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में सावधानी बरतने के लिए चेतावनी जारी की है।

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