छत्तीसगढ़दुर्ग

वफ्फ बोर्ड आपत्ति, इश्तेहार प्रकाशन के बाद तहसील कार्यालय के बाहर शहर के हजारों लोगों की चहलकदमी, तहसीलदार के पास जमा किया आवेदन

अनिल गुप्ता@दुर्ग। जिले के कई एकड़ जमीन पर वक्फ बोर्ड के दावा पर इश्तेहार प्रकाशन के बाद, शहर के हजारों लोगों की चहलकदमी आज दिनभर तहसील कार्यालय में देखने की मिली। लोग बारी बारी से दावा आपत्ति का आवेदन भरकर तहसीलदार के पास जमा करते रहे।

वक्‍फ बोर्ड की संपत्ति के दावों को लेकर देशभर में कई विवाद हुए हैं, अब इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का नाम भी जुड़ गया है छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड ने दुर्ग शहर के सैकड़ों एकड़ जमीन पर अपनी स्वामित्व को लेकर दावा किया है। जिसको लेकर पिछले दिनों तहसील कार्यलय दुर्ग से एक इश्तेहार का प्रकाशन किया गया। जिसमे नयापारा, कायस्थ पारा, प्रेस कांप्लेक्स, पंचशील नगर के विभिन्न खसरा नंबर की सैकड़ों एकड़ जमीन पर अपनी स्वामित्व को लेकर दावा आपत्ति दर्ज कराने को लेकर कहा गया। और फिर लोगो ने भी अपनी भूमि के नामांतरण को रोकने के लिए दावा आपत्ति कर अपना आवेदन जमा किया। तहसील कार्यालय ऐसे ही कुछ लोगों से जब उनकी आपत्ति को लेकर सवाल पूछा गया तो उनका था, की इश्तेहार और सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें इस बात की जानकारी प्राप्त हुई है कि जिस भूमि पर उनका बरसो से आशियाना बना हुआ है। वह वफ्फ बोर्ड की है। इसलिए नामांतरण को रोकने के लिए उन्होंने भी बाकियों के साथ मिलकर अपनी दावा आपत्ति दर्ज कराई है।

बोर्ड की जमीनों जिसमे भूमिस्वामित्व का नाम था

इधर इस विषय को लेकर जब हमने नायाब तहसीलदार प्रेरणा सिंह से बातचीत की तो उनका कहना था, कि वफ्फ बोर्ड के द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया गया था, जिसमे उन्होंने बोर्ड की जमीनों जिसमे भूमिस्वामित्व का नाम था, उसके नामांतरण को लेकर आवेदन प्रस्तुत किया था। और प्रक्रिया के तहत तहसील कार्यालय से
इश्तेहार जारी किया गया है। और इसी को लेकर लोग अपनी जमीन का नामांतरण रोकने के लिए दावा आपत्ति कर रहे हैं।

हिंदूवादी संगठनों सहित बीजेपी विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल जैसे नेता तहसील कार्यालय में सक्रिय

इस पूरे मामले के बाद अब हिंदूवादी संगठनों सहित बीजेपी विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल जैसे नेता तहसील कार्यालय में सक्रिय हो गए हैं तो वहीं उन्हें छत्तीसगढ़ के राज्य सरकार को घेरने का मौका भी मिल गया है आपको बता दें कि 2023 के नवम्बर में यानी अगले साल छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं चुनाव के ठीक पहले बीजेपी को एक बड़ा मुद्दा हाथ लग गया है जिसे अब बीजेपी भुनाने की पूरी कोशिश की जा रही है।

Related Articles

Back to top button