काठमांडू। नेपाल में सोमवार को सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के विरोध में शुरू हुए Gen-Z नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शन मंगलवार को और हिंसक हो गए। प्रदर्शनकारियों ने कई वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों के आवासों को निशाना बनाया। इसके बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार शाम 6 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई। उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की और स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए सभी दलों से संवाद करने की बात कही।
प्रदर्शनकारियों ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरूंग का घर आग के हवाले किया। उपप्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री विष्णु पौडेल, नेपाल रास्ट्रा बैंक के गवर्नर बिस्वो पौडेल और पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक के आवासों पर पत्थरबाजी की। पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के घर पर हमले को रोका गया, जबकि मुख्य विपक्षी नेता पुष्प कमल दहाल के आवास पर भी पत्थर फेंके गए।
विरोध प्रदर्शन के चलते कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया। काठमांडू और ललितपुर के प्रमुख क्षेत्रों में सार्वजनिक आवागमन और प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया गया। काव्रेपलांचोक में हिंसा के बाद मुख्य राजमार्ग बंद कर दिए गए। कोशी प्रांत में बिराटनगर और मोरंग में 11 बजे से 10 बजे तक कर्फ्यू लागू किया गया। मकवानपुर में प्रदर्शनकारियों ने ईस्ट-वेस्ट हाईवे पर टायर जला कर मार्ग अवरुद्ध किया।
सरकार की कार्रवाई की आलोचना करते हुए नेपाल के कृषि मंत्री राम नाथ अधिकारी ने पद छोड़ दिया। उनके बाद गृह मंत्री रमेश लेखक ने भी इस्तीफा दिया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने नेपाल में नागरिकों को सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी। मंत्रालय ने प्रदर्शन में मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। प्रदर्शनकारियों ने भ्रष्टाचार और सरकार की कठोर नीतियों के खिलाफ देशभर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किए, जिससे नेपाल की राजधानी और अन्य हिस्सों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।