एल्युमिनियम प्लांट मामले में आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार ग्रामीण, विधायक व मंत्री को अपनी समस्या बताने गांव बुलाने की प्रशासन से लगाई गुहार

शिव शंकर साहनी@अम्बिकापुर। सरगुजा जिले के ग्राम चिरंगा में खुलने वाले मां कुदरगढ़ी एल्युमिनियम प्लांट को लेकर ग्रामीण पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं। वहीं ग्रामीण अब आर-पार की लड़ाई लड़ने की बात कह रहे हैं। साथ ही क्षेत्रीय विधायक व मंत्री को अपनी समस्या बताने के लिए गांव बुलाने की गुहार जिला प्रशासन से लगाई गई है.
ग्राम चिरंगा में 800 हेक्टेयर से अधिक जमीन पर 1100 करोड़ से अधिक की लागत से खुलने वाले मां कुदरगढ़ी एल्यूमिनियम रिफाइनरी फैक्ट्री को लेकर ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं. जिसका विरोध ग्रामीण पिछले 4 सालों से करते आ रहे हैं. बावजूद इसके क्षेत्रीय विधायक सहित जिला प्रशासन के अधिकारी भी इनकी बातों को नहीं सुन रहे हैं. जिसकी वजह से ग्रामीणों को आए दिन धरना प्रदर्शन ,आंदोलन करना पड़ रहा है. वही अब ग्रामीण अपने क्षेत्रीय विधायक व मंत्री अमरजीत भगत को अपने गांव बुलाना चाह रहे हैं. जिससे कि वह अपनी समस्या को बताकर प्लांट नहीं लगने की बात कहेंगे, साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि जब तक जान रहेगी तब तक लड़ते रहेंगे.
ग्रामीणों की जो भी समस्या है. उसका निराकरण किया जाएगा
इधर ग्रामीणों के बीच पहुंचे सीतापुर एसडीएम रवि राही ने कहा कि ग्रामीणों की जो भी समस्या है. उसका निराकरण किया जाएगा. रही बात मंत्री को बुलाने की इस बात की चर्चा उनके साथ मिलकर की जाएगी कि क्षेत्रीय विधायक व मंत्री कब अपना समय इस गांव वालो से मिल पाते हैं.
फैक्ट्री की मनमानी ने इन ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ाई
लिहाजा इस गांव के ग्रामीण लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन फैक्ट्री की मनमानी ने इन ग्रामीणों की मुश्किल और बढ़ा दी है, क्योंकि आधा दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीण चाह रहे हैं कि इन क्षेत्रों में प्लांट ना लगे. जिससे कि इस क्षेत्र का वातावरण बेहतर और शुद्ध रहे सके साथ ही इस फैक्ट्री के लग जाने से कई प्रकार की बीमारियों का सामना, सेटलमेंट की जमीन , आदिवासियों की संस्कृति विलुप्त हो जाएगी. अब देखना होगा कि सरकार इन ग्रामीणों के लिए क्या कदम उठाती है।