‘हम मजदूरी मांग रहे भीख नही’…मजदूरी भुगतान के लिए वन विभाग कार्यालय का चक्कर काटने को मजबूर ग्रामीण…

बिपत सारथी@पेंड्रा। मरवाही वनमण्डल में पेड़ों की कटाई, अवैध उत्खनन, वन्य जीव पलायन के मामलों के बाद अब वन विभाग पर मजदूरी भुगतान में उदासीनता दिखाने का आरोप लग रहा है। लंबित मजदूरी के मामले को लेकर काफी संख्या में मजदूर डीएफओ कार्यालय पहुंचे। मजदूरों ने बताया तकरीबन 80 मजदूरो को अब तक मजदूरी नहीं मिली, कुछ लोगों को मजदूरी देकर विभाग ने औपचारिकता निभा दिया, मजदूरों का कहना है कि हमे बार बार ऑफिसों के चक्कर लगवाए जा रहे , हम मजदूरी मांग रहे भीख नही। खोड़री रेंज में साल भर पहले हुए कूप कटिंग में ग्रामीणों ने मजदूरी की थी और लगभग चार महीने चले इस काम में काम करने के बाद अब उस काम के मजदूरी भुगतान के लिए मजदूर लगभग एक वर्ष से कार्यालयों के चक्कर लगा रहें, कभी रेंज ऑफिस तो कभी डीएफओ ऑफिस । लोगों का आरोप है कि अधिकारी बस उन्हें इस ऑफिस से उस ऑफिस भेज रहे, हम मजदूरी से जीवन यापन करने वाले लोग कब तक अपने ही पैसों के लिए ऐसे कार्यालयों के चक्कर लाएंगे।…

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