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जिले का नाम बदलने पर भड़के लोग, गुस्साई भीड़ ने मंत्री का घर फूंका

हैदराबाद। राज्य के परिवहन मंत्री पिनिपे विश्वरूप के घर को स्थानीय लोगों ने आग के हवाले कर दिया। आंध्र प्रदेश के अमलापुरम शहर में उस वक़्त तनाव व्याप्त हो गया था, जहां सैकड़ों लोगों ने बीआर अंबेडकर के नाम पर एक जिले का नाम बदलने के राज्य के फैसले का विरोध कर रहे थे।पुलिस ने मंत्री के परिवार को घर से निकाला।

24 मई मंगलवार को अमलापुरम में जिला कलेक्टर कार्यालय में एक रैली की योजना बनाई गई थी। पुलिस की पाबंदी के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने जिले का नाम बदलकर बीआर अंबेडकर कोन सीमा जिले करने के राज्य सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ प्रदर्शन किया।

वाईएसआरसीपी के नेतृत्व वाली सरकार ने विभिन्न दलित समूहों की मांगों के बाद यह निर्णय लिया था। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि शहर का नाम वही रखा जाए। रैली को देखते हुए जिला पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी थी।

प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। शहर में पथराव की छिटपुट घटनाएं भी हुई हैं। इस हंगामे में डीएसपी माधवरेड्डी और एसपी के गनमैन घायल हो गए। इसके बाद हुई हिंसा में राज्य परिवहन की कुल पांच बसों को आग के हवाले कर दिया गया।

राज्य के गृह मंत्री तनती वनिता ने कहा, “घटना में करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए। हम हिंसा की निंदा करते हैं। सभी राजनीतिक दल जिले का नाम बदलना चाहते हैं। मैं शांति की अपील करता हूं।”

मंत्री पिनिपे विश्वरूप की कुल तीन कारों में भी आग लगा दी गई। विधायक पी सतीश के आवास में भी तोड़फोड़ की गई और बाद में आग लगा दी गई।

घटना के तुरंत बाद एसपी सुब्बारेड्डी ने सुरक्षा समीक्षा बैठक की और कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया।

इससे पहले, वाईएस जगन मोहन रेड्डी सरकार ने कोनसीमा का नाम बदलकर डॉ भीमराव रामजी अंबेडकर कोनसीमा जिले के रूप में अमलापुरम के मुख्यालय के रूप में करने का फैसला किया था।

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