Video: जानिए ऐसी क्या कारण है की इस गांव में नहीं देना चाहता कोई अपनी बेटी, वजह जानकर दंग रह जायेंगे आप, देखिए

शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में आज भी ऐसे कई गांव है..जहाँ मूलभूत सुविधाएं नही है..जहा सड़क ,बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं नही होने से विवाह का प्रस्ताव भी ठुकरा दिया जाता है..वही दूसरी तरफ अगर जीना है तो सरकारी अनाज के लिए 5 किलोमीटर का सफर तय करना ही पड़ेगा..

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सरगुजा जिले के मैनपाट क्षेत्र के ग्राम परपटिया में अपनी बेटी कोई नही देना चाहता है..वजह जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे..जहाँ सरकार मूलभूत सुविधाओं को बताने के लिए प्रचार-प्रसार करते नही थकती है..तो आप इस बात से अंदाजा लगा सकते है कि इस परपटिया गांव में इन ग्रामीणों किन असुविधाओं से होकर गुजरना पड़ता होगा और इन ग्रामीणों का दर्द सुनने वाला कोई नहीं है..वही सभी विकास के कार्य कागजो में देखने को मिलेंगे..

ढोढ़ी और नदी नाले के पानी पर आश्रित हैं ग्रामीण

इधर शादी-विवाह जैसे कार्यक्रम को छोड़िए इन ग्रामीणों ने अपने आने-जाने के लिए तीन साल से पैसा चंदा कर पहाड़ काटकर 7 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है..वही दूसरी ओर पानी के लिए ढोढ़ी और नदी नाले के पानी पर इन ग्रामीणों को आश्रित रहना पड़ता हैं..साथ ही स्वास्थ्य सुविधा नही होने से मरीज को ले जाते वक्त सिस्टम भी दम दे देती है..वही बरसात के दिनों में यह गांव टापू में तब्दील हो जाता है

सड़क के अलावा ऐसी कोई समस्या नहीं हैं ग्रामीणों को

इधर सरगुजा कलेक्टर संजीव कुमार झा ने सड़क के अलावा ऐसी कोई समस्या नहीं होने की बात कही है..इस बात से ही समझा जा सकता है कि ग्रामीण इलाको में रहने वाले ग्रामीणों को किस तरह मूलभूत सुविधाओ का लाभ जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाया जाता होगा..

खुद पर निर्भर हुए ग्रामीण

लिहाजा इस गांव के जवान हो या बुजुर्ग अपनी जरूरतों की समस्याओ को जिला प्रशासन हो या जनप्रतिनिधियों को बताते थक चुके है..यही वजह इस गांव के ग्रामीण अब सरकार से उम्मीद छोड़ खुद पर निर्भर होकर रहना पड़ रहा है..अब देखना होगा की इस खबर के बाद जिला प्रशासन ग्रामीणों की सुध लेता है या नहीं यह तो आने वाला वक्त बताएगा।

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