छत्तीसगढ़

बीजापुर में दो नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत प्रदान की जाएगी सहायता राशि

बीजापुर: जिला पुलिस और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के सामने दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। दोनों नक्सलियों का कहना है कि वो जिला पुलिस द्वारा शुरू किए गए पुनर्वास अभियान पुना नारकोम से काफी प्रभावित हुए हैं। पुना नारकोम स्थानीय लोगों द्वारा गढ़ा गया एक शब्द है जिसका मतलब नई सुबह या नई शुरुआत होता है।

बीजापुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के सामने दो नक्सलियों पालनार आरपीसी मिलिशिया प्लाटून कमाण्डर- सुखराम ऊर्फ गोपी और आरपीसी पुसनार भूमकाल मिलिशिया सदस्य -सन्नू पूनेम ऊर्फ करका सन्नू ने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शुरुआत) से प्रभावित होकर तथा माओवादी नेताओं के भेदभावपूर्ण व्यवहार से तंग आकर हिंसा का मार्ग छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ जिले में कई नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सहायता प्रदान की जाएगी।

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