
रवि तिवारी@देवभोग। जहाँ चाह है.. वहां राह है.. जी हाँ इन कहावतों को सच कर दिखाया है देवभोग के अभिषेक अग्रवाल ने। अभिषेक ने नीट की परीक्षा पास कर ली है। अब वह डॉक्टरी की पढ़ाई राजनांदगॉव के सरकारी कॉलेज से करेंगे. यहां बताना लाजमी होगा कि अभिषेक की प्रारम्भिक शिक्षा देवभोग के शिशु मंदिर में हुई है। बचपन से ही डॉक्टर बनने का ख्वाब लेकर पढ़ाई करने वाले अभिषेक ने दो साल तक कड़ी मेहनत की..
इसी के बदौलत उन्हें पुरे छत्तीसगढ़ में 178 रैंक मिला.. और उन्हें राजनांदगॉव में दाखिला भी मिला.. अभिषेक कहते है कि बचपन से ही वे डॉक्टर बनने की सोच लेकर पढ़ाई में आगे बढ़ रहे थे.. इस दौरान उनके बड़े पापा अशोक गर्ग के पुत्र सुयश गर्ग का नीट क्लियर हुआ.. सुयश ने पुरे छत्तीसगढ़ में 83 रैंक हासिल कर बिलासपुर कॉलेज में दाखिला पाया था.. बड़े भाई के नीट में चयनित होने के बाद अभिषेक ने भी दिन रात मेहनत करना शुरू किया.. इस दौरान उन्हें अपने बड़े भाई से भी समय समय पर मार्गदर्शन मिलता रहा.. सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत के बदौलत अभिषेक ने नीट की परीक्षा पास कर लिया और अपने सपने को पँख दे दिया.. अभिषेक कहते है कि अभी उनके सपने को मात्र पंख मिला है.. जबकि उनकी उड़ान अब भी बाकी है.. अभिषेक के मुताबिक वे डॉक्टरी की पढ़ाई में भी कड़ी मेहनत करेंगे.. अभिषेक के मुताबिक उनके दादा बसंत अग्रवाल भी चाहते थे कि वे नीट की परीक्षा पास कर डॉक्टरी की पढ़ाई करें.. आज उन्होंने दादा का सपना भी पूरा किया है..
परिवार की सोच बेटे करेंगे इसी क्षेत्र की सेवा -: नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी अशोक गर्ग और उनके छोटे भाई बबली अग्रवाल चाहते है कि दोनों बेटे डॉक्टरी की परीक्षा पास कर अपने क्षेत्र आकर यहां के लोगों की सेवा करें. अशोक गर्ग के मुताबिक उनके परिवार के दो बेटों का चयन डॉक्टरी के लिए हो चुका है. जबकि सुयश की पढ़ाई लगभग पूरा होने के कगार पर है. जबकि अभिषेक डॉक्टरी की पढ़ाई के दहलीज में कदम रखने वाला है.. परिवार के लोग दोनों बेटों की सफलता पर बहुत ज्यादा खुश है. यहां बताना लाजमी होगा कि इससे पहले भी देवभोग नगर के कुछ छात्र-छात्राओं का नीट में चयन हो चुका है..