अनिल गुप्ता@दुर्ग. जिले के केंद्रीय जेल के सहायक जेलर के घर अज्ञात बदमाशों ने देर रात जमकर न सिर्फ उत्पात मचाया। बल्कि उन्हें परिवार सहित जान से मारने की धमकी देकर खिड़की दरवाजों के शीशे तक तोड़ दिये। सहायक जेलर की शिकायत पर पद्मनाभपुर चौकी पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज कर हमला करने वाले अज्ञात आरोपियों की तलाश को शुरू कर दिया है।
गुरुवार की रात्रि करीब 3 से के 4 बजे हुये इस घटना के बाद सहायक जेलर अशोक साव और उनका पूरा परिवार डरा सहमा सा है। सहायक जेलर जिस सरकारी आवास में रहते है। उसके दरवाजे खिड़की के टूटे कांच को देखकर साफतौर पर समझा जा सकता है, कि बदमाशों ने किस कदर अपना आतंक यहां मचाया था।
जानकारी के अनुसार 5 से 6 बदमाशों ने चाकू तलवार और डंडों से लैस होकर उनके घर पहुँचे हुए थे और सहायक जेलर को जान से मारने की धमकी देकर गालीगलौज करते रहे। इसके बाद हमलावरों ने उनके स्टॉफ क्वार्टर के दरवाजे खिड़की में तोडफ़ोड़ कर उसके कांच को तोड़ दिया। सहायक जेलर की शिकायत पर पद्मनाभपुर चौकी पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज कर हमलावरों की तलाश को शुरू कर दिया है। लेकिन हमलावर कौन थे। और उनकी सहायक जेलर से आखिरकार क्या दुश्मनी रही होगी। इस सवाल का जवाब अब तक नहीं मिल पाया है। वही वीआईपी जिला कहलाने वाले वही दुर्ग जिले में अपराधियों के हौसलों को भी देखिए कि अब वह इतने बुलंद हैं, कि जेल के अधिकारियों को भी अपना निशाना बनाने में भी नही डगमगा रहे हैं। इससे साफतौर पर समझा जा सकता है, की अपराधियों में कानून का डर भय नहीं है।