Ukraine crisis : रूस से तनाव के बीच अब भारतीय छात्रों को स्वदेश लौटने को कहा गया, यूक्रेन में फंसे 20 हजार छात्र

नई दिल्ली। यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच भारतीय छात्रों विशेषकर जिनका रहना आवश्यक नहीं है। उन्हें भारत लौटने के लिए कहा है। जो भारतीय यूक्रेन में है, उन्हें दूतावास के संपर्क में रहना होगा।

भारत से यूक्रेन में काफी संख्या में छात्र पढ़ाई के लिए जाते हैं। युद्ध के खतरे के बीच टर्नोपिल नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे भारतीय विद्यार्थियों ने उनसे मदद मांगी है. छात्रों का आरोप है कि भारतीय दूतावास से वे लगातार संपर्क कर रहे हैं, कभी फोन नहीं उठाया जाता, कभी काट दिया जाता है. बताया जा रहा है, यूक्रेन से भारत की अधिकतर फ्लाइट्स निरस्त हो गयी है, जिससे परेशानी और चिंता बढ़ रही है. जो फ्लाइट्स बची हैं, उनका किराया ढाई से तीन गुना हो गया है. विदेश मंत्रालय से आस लगाये बैठे छात्र अब केंद्र सरकार से गुहार लगा रहे हैं. एक न्यूज पेपर के अनुसार टर्नोपिल नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने उनके संवाददाता से फेसबुक पर वहां चल रहे संकट की जानकारी देकर मदद मांगी है. उन्होंने कहा कि हमारी बात भारतीय दूतावास तक पहुंचायें.
दूतावास ने 25 जनवरी को दिया आखिरी मैसेज
खबरों के अनुसार भारतीय दूतावास के फेसबुक पेज पर 25 जनवरी को सिर्फ यह मैसेज आया कि हम परिस्थितियों पर ध्यान दे रहे हैं. अपडेट के लिए हमारे फेसबुक, ट्विटर पेज पर नजर रखें. 20 दिन से फेसबुक पेज पर कोई अपडेट नहीं आया. बताते हैं, भारतीय दूतावास के सभी अधिकारी वहां से निकलकर भारत आ गये हैं. इसी वजह से फोन नहीं उठा रहे हैं.
यूक्रेन से भारत आने वाली कई फ्लाइट्स निरस्त हो चुकी हैं. जो फ्लाइट्स शेष हैं, उनमें ढाई से तीन गुना किराया वसूला जा रहा है. पहले किराया 25 से 30 हजार रुपए था, जो अब 70 हजार से अधिक हो गया है. इससे भारत लौटना मुश्किल होते जा रहा है. बताया जाता है कि छात्रों के पैरेंट्स भारतीय दूतावास से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है.