सेप्टिक टैंक की सफाई करते हुए दो मजदूर हुए बेहोश, जांच के बाद डॉक्टरों ने किया मृत घोषित

नोएडा

सेप्टिक टैंक की सफाई करते हुए दो मजदूर बेहोश हो गए. जिसके बाद उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान दोनों मजदूरों की मौत हो गई. मामला नोएडा के सेक्टर-26 का है. हादसा उत्तर प्रदेश के नोएडा का है.

यहां दोनों मजदूर सीवर सफाई का काम कर रहे थे. इस दौरान दोनों का जहरीली गैस के कारण दम घुटने लगा और वे बेहोश हो गए. बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
पुलिस की मानें तो सेक्टर-26 स्थित हाउस नंबर A94 में रहने वाले एक शख्स ने सीवर सफाई के लिए इन मजदूरों को अपने घर बुलाया था. मजदूर सीवर की सफाई करने के लिए जैसे ही अंदर गये. वहां जहरीली गैस की चपेट में आने से दोनों बेहोश हो गए. जिन्हें आनन-फानन में नजदीक के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई. घटना की जानकारी होने पर शनिवार को पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. वहीं इस घटना में परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है.

सफाई करते समय मजदूरों की मौत

नोएडा के डीसीपी विद्यासागर मिश्र ने बताया कि सुमित चावला ने नूनी मंडल (मजदूर) और तपन मंडल (मजदूर) को अपने घर में बने सेफ्टी टैंक की सफाई के लिए बुलाया गया था. दोनों सफाई के लिए सेफ्टी टैंक में घुस गए. जहरीली गैस से दोनों बेहोश हो गए. जिन्हें निकलवा कर कैलाश हॉस्पिटल सेक्टर-27 पहुंचाया गया. जहां दोनों की मौत हो गई. दोनो मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है. पुलिस मामले में कानूनी कार्रवाई कर रही है. बता दें, दोनों मजदूर मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे. नोएडा में वे मजदूरी का काम करते थे.

पुलिस का बयान

सेफ्टी टैंक में दो मजदूरों की हुई मौत के संबंध में पुलिस का कहना है कि पीड़ित पक्ष द्वारा किसी प्रकार की कोई तहरीर फिलहाल नहीं दी गई है. घर वालों के तरफ से तहरीर प्राप्त होने के बाद अग्रिम विधि कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में मजदूरों को बुलाने वाले मकान मालिक सहित अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है. सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच की जाएगी.

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