
नितिन@रायगढ़। बीते कल दोपहर रेलवे स्टेशन रायगढ़ में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के स्टाफ पेट्रोलिंग व चेकिंग दौरान स्टेशन पर एक नाबालिग बालिका को डरे सहमे हालत में देखा। सुरक्षाकर्मी संदेह के आधार पर बालिका से पूछताछ की। लड़की कुछ भी बता नहीं पा रही थी । उसी समय राजू सिंह नाम का व्यक्ति आया और बताया कि वह लड़की को दिल्ली लेकर जा रहा है । आरपीएफ स्टाफ को व्यक्ति पर संदेह हुआ जिसे रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट लेकर गये। डरी सहमी बच्ची को विश्वास में लेकर पूछताछ करने पर बालिका जिला जशपुर की रहने वाली बताई और आगे बताई कि उसके घरवालों को जानकारी नहीं है कि उसे राजू सिंह दिल्ली लेकर जा रहा है ।
आरपीएफ स्टाफ को राजू सिंह केवल इतना ही बता रहा था कि लड़की को दिल्ली ले जा रहा है किस कारण से ले जा रहा है,यह बताने में आनाकानी करने लगा। रेलवे सुरक्षा बल के उपनिरीक्षक अखिल सिंह द्वारा मामला संदेहास्पद होने से थाना कोतवाली रायगढ़ में आवेदन दिया गया ।
थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में मामला लाया गया । वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन पर थाना प्रभारी कोतवाली द्वारा मानव तस्करी का अपराध दर्ज कर आरोपी राजू सिंह पर दर्ज कर उससे कड़ी पूछताछ किये तब राजू सिंह बताया कि बालिका को ग्राम लाखा निवासी सुशील वर्मा उर्फ करोड़पति के साथ मिलकर नाबालिक के परिजनों को बिना बताए बालिका को बहला-फुसलाकर बिक्री करने के उद्देश्य से दिल्ली लेकर जा रहा है ।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे व उनकी टीम ने तत्काल आरोपी सुशील वर्मा उर्फ करोड़पति के ठिकानों पर दबिश दी,और आरोपी को पूंजीपथरा क्षेत्र से हिरासत में लेकर थाना कोतवाली ले आए।
यहां आरोपी राजू सिंह एवं आरोपी सुशील वर्मा उर्फ करोड़पति के द्वारा बालिका को प्रलोभन तथा दबाव पूर्वक दुर्व्यापार करने तथा उसके पालकों की अनुमति के बिना अन्यत्र ले जाना पाए जाने पर उनके खिलाफ धारा 370 आईपीसी, मानव तस्करी के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। जबकि सिटी कोतवाली पुलिस बालिका के परिजनों से संपर्क कर उन्हे रायगढ़ बुलाया है। फिलहाल बालिका चाइल्ड लाइन के संरक्षण में है।