छत्तीसगढ़

भरोसे का सम्मेलन:  कोड़ातराई में शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत 3088 हितग्राहियों को सहायता राशि व सामग्री का वितरण

रायपुर। नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा, सांसद  मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज रायगढ़ जिले के ग्राम कोड़ातराई में आयोजित ‘भरोसे का सम्मेलन‘ को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में चारों तरफ विकास ही विकास दिखाई दे रहा है। यहां मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा लोगों की भलाई के लिए सतत रूप से जनहितैषी कार्यक्रम चलाए जा रहे है। सम्मेलन में लोगों की जुटी अपार भीड़ और उनमें सरकार के प्रति विश्वास से साफ जाहिर हो रहा है कि यह सम्मेलन सिर्फ भरोसे का सम्मेलन ही नहीं, बल्कि यह भरोेसे का अनुष्ठान सम्मेलन है।  

 नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा, सांसद श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने संबोधन की शुरुआत जय जोहार जय छत्तीसगढ़ महतारी के नमन के साथ किया। उन्होंने कहा कि ऐसा सम्मेलन शायद देश के किसी कोने में, किसी भाग में नहीं हुआ। ये गर्व की बात है कि छत्तीसगढ़ में  मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में हर जगह भरोसे का सम्मेलन का आयोजन हो रहा है, जो सरकार के प्रति लोगों के विश्वास को दर्शाता है।

नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा, सांसद श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में गरीब, किसान, मजदूर, महिला, आदिवासी, युवा तथा वंचित व कमजोर वर्ग सहित बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सबके हित में बखूबी काम हो रहा है। यहां राज्य सरकार ने आम लोगों की जरूरत को समझकर योजनाएं बनाई। इन योजनाओं से लाखों-करोड़ों हाथों को काम मिल रहा है। उन्हें सुगमता से रोजगार उपलब्ध हुए हैं और उनकी आय में भी बढ़ोत्तरी हुई है।   

नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा, सांसद श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विपरीत परिस्थितियों में भी छत्तीसगढ़ के विकास का काम कभी नहीं रोका। मैं आप सभी को बधाई देता हूँ। छत्तीसगढ़ में आज चारो तरफ़ विकास हो रहा है। हमारी सरकार लोगों को मजबूत बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। गोधन न्याय योजना से लघु उद्योगों को मजबूती मिली है। गांवों में रोजगार बढ़े हैं। अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है।

नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा, सांसद श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में डायरेक्ट बेनिफिट योजनाओं के माध्यम से पांच सालों में 1 लाख 75 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि आम लोगों की जेब में डाले गए हैं। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ में विगत 5 सालों में 40 लाख से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर आए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार जितना कहती है, उससे ज्यादा करती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहले 27 जिले थे, आज 33 जिले हैं, तहसीलों की संख्या भी बढ़ी है। इससे प्रशासनिक काम-काज में सुविधा होने के साथ-साथ लोगों को शासकीय योजनाओं का लाभ तत्परता से पहुंचने लगा है। यहां लोगों की आमदनी बढ़ी है।

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