नई दिल्ली। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनते ही तालिबान ने दो अमेरिकी कैदियों को रिहा कर दिया. दोनों अमेरिकी नागरिकों को कैदियों की अदला-बदली प्रक्रिया के तहत छोड़ा गया है.इसे लेकर काबुल सरकार का कहना है कि अमेरिकी कस्टडी में कैद अफगानी नागरिकों को भी रिहा किया गया है. अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि हम समझते हैं कि बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने का यह एक अच्छा उदाहरण हैं. इस प्रक्रिया में कतर की अहम भूमिका रही है, जिसके लिए हम उनके शुक्रगुजार हैं.
बता दें कि ट्रंप ने सोमवार को कैपिटल हिल के रोटुंडा हॉल में अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. उनसे पहले जेडी वेंस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली. ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की पैरवी की है. उन्होंने कहा कि अमेरिका में हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास करते हैं और हम इसे एक औजार के रूप में इस्तेमाल करने से रोकने के लिए इससे जुड़ा आदेश आज से इसे वापस ला रहे हैं.