आदिवासी समाज ने मरोड़ा नाका में किया चक्काजाम, मुआवजा दिलाने की मांग,11 kv हाईटेंशन लाइन के चपेट में आने से युवक की हुई थी मौत

देबाशीष बिस्वास@पखांजूर. आदिवासी समाज समेत भाजपाइयों ने आज मरोड़ा में दो घण्टे तक चक्काजाम किया। जिसमें पूर्व विधायक भोजराज नाग भी शामिल हुए। चक्काजाम से बांदे से भानुप्रतापपुर और बांदे से महाराष्ट्र को जोड़ने वाली मार्ग पर आवागमन पूर्णतः बाधित रहा। आन्दोलनकारियों की मांग थी कि लापरवाही पूर्वक बिजली के चपेट में आने से मृतक के परिजन को पचास लाख रुपये तथा घायलों को दस- दस लाख रुपये का सहयोग राशि प्रदान किया जाए। साथ ही ठेकेदार और बिजली विभाग के अफसरों पर कार्रवाही को जाए।
गौरतलब है कि 29 जुलाई को बांदे सब स्टेशन अंतर्गत मरोड़ा गांव के पास मेंटेनेंस का कार्य किया जा रहा था। जिसमे नाबालिग युवक समेत अन्य स्थानीय युवक भी काम कर रहे थे। बिना बिजली बंद किये ठेकेदार ने युवकों को काम मे लगवा दिया। कार्य करते वक्त बिजली की चपेट में आने से तीन युवक गंभीर रुप से झुलस गए थे। तीनों को सिविल अस्पताल पखांजुर लाया गया था।जिसमे डॉक्टर ने एक युवक को मृत घोषित किया था। दो युवक अभी भी गंभीर अवस्था मे अस्पताल में एडमिट है।
पूरे प्रकरण में ठेकेदार और विभाग के अफसरों की लापरवाही से एक युवक की मौत और दो युवक के घायल होने से स्थानीय स्तर पर काफी आक्रोश का माहौल था। आन्दोलनकारियों ने आज दो घण्टे तक चक्काजाम के उपरांत मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौपते हुए 15 दिन के भीतर कार्यवाही तथा मांग पूरा नही होने पर उग्रआंदोलन की चेतावनी दी है।