छत्तीसगढ़

Korea: मनेंद्रगढ़ में धर्मांतरण के खिलाफ हल्ला बोल, जनजाति सुरक्षा मंच कोरिया ने आज महारैली का किया आयोजन



संजय@कोरिया। मनेंद्रगढ़ में धर्मांतरण के खिलाफ जनजाति सुरक्षा मंच कोरिया ने आज महारैली का आयोजन किया। धर्मांतरण करने वाले व्यक्तियों को अनुसूचित जनजाति की सूची से बाहर किया जाए, साथ ही भारत भूमि की संवैधानिक आस। डीलिस्टिंग कानून करो पास। देश की 700 से अधिक जनजातियों के विकास एवं उन्नति के लिए संविधान निर्माताओं ने आरक्षण एवं अन्य सुविधाओं का प्रावधान किया था।

यह सुविधाएं जनजातियों एवं अधिकार अपनी संस्कृति आस्था परंपरा की सुरक्षा करते हुए विकास करने हेतु सशक्त बनाने के लिए दिए गए थे, लेकिन इन सुविधाओं का लाभ जनजातियों के स्थान पर वह लोग उठा रहे हैं जो अपनी जाति को छोड़ दूसरे धर्म को अपना लिए हैं जिससे इन सुविधाओं का 80% लाभ मूल जनजाति समुदाय से छीन रहे हैं।

इस विसंगति को लेकर पूर्व में 1966-67 में प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया गया था, जिसमें 235 सांसदों के हस्ताक्षर थे, इसी मांग को लेकर 10 नवंबर 1970 को भी प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था, इतने सांसदों के हस्ताक्षर समर्थन और जनजाति समाज के आक्रोश के देखकर तत्कालीन प्रधानमंत्री ने जनजाति समाज को भरोसा दिलाया था कि सरकार इस पर समुचित कार्रवाई कर जनजातियों के साथ हो रहे अन्याय को दूर करेगी परंतु ऐसा नहीं हुआ।

18 जनवरी 2010 को तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल में मुलाकात कर 28 लाख लोगों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा था


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