तीन नई एयरलाइंस को केंद्र की हरी झंडी: शंख एयर, अलहिंद एयर और फ्लाई एक्सप्रेस को NOC, एविएशन सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने की तैयारी

दिल्ली। सरकार ने भारतीय एविएशन सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और बड़ी एयरलाइनों पर निर्भरता कम करने के लिए तीन नई एयरलाइंस शंख एयर, अलहिंद एयर और फ्लाई एक्सप्रेस को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) जारी किया है।
यह फैसला इंडिगो जैसी बड़ी एयरलाइन के संचालन में हालिया दिक्कतों के बाद लिया गया। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि नई एयरलाइंस से यात्रियों को बेहतर सेवा और अधिक विकल्प मिलेंगे।
एविएशन विशेषज्ञों का कहना है कि इससे देश में नई प्रतिस्पर्धा शुरू होगी। हालांकि, इन एयरलाइंस के लिए असली चुनौती अब शुरू होती है।
उन्हें पूंजी जुटानी होगी, विमान बेड़े की व्यवस्था करनी होगी और मजबूत नेटवर्क तैयार करना होगा। अगर वे सफल होती हैं, तो इसका फायदा यात्रियों को मिलेगा, टिकट विकल्प बढ़ेंगे और एयर कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
एनओसी मिलने का मतलब है कि अब ये एयरलाइंस एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) के लिए डीजीसीए से आवेदन करेंगी। इसके बाद विमान, पायलट, स्टाफ, मेंटेनेंस और रूट नेटवर्क की तैयारियां करनी होंगी। पूरी प्रक्रिया महीनों तक चलती है और इसके दौरान एयरलाइन की आर्थिक मजबूती और संचालन क्षमता साफ हो जाती है।
शंख एयर उत्तर प्रदेश की फुल-सर्विस एयरलाइन होगी और बड़े शहरों को जोड़ने पर ध्यान देगी। इसकी उड़ानें 2026 की पहली तिमाही में शुरू होंगी और अगले 2–3 साल में बेड़े में 20–25 विमान शामिल किए जाएंगे।
अलहिंद एयर केरल की रीजनल और लो-कॉस्ट एयरलाइन होगी, जो छोटे विमानों से टियर-2 और टियर-3 शहरों को जोड़ेगी। फ्लाई एक्सप्रेस कार्गो और पैसेंजर दोनों सुविधाएं देगी, जिससे स्थिर राजस्व का स्रोत मिलेगा।
सरकार का उद्देश्य घरेलू एविएशन बाजार में मोनोपॉली को तोड़ना और यात्रियों को ज्यादा विकल्प उपलब्ध कराना है। इससे टिकट की कीमतें नियंत्रित रहेंगी और देश के अलग-अलग हिस्सों की एयर कनेक्टिविटी मजबूत होगी।



