Chhattisgarh

Chhattisgarh: सेवाग्राम आश्रम में चल रहे प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए सीएम, पत्रकारों से चर्चा में कही ये बात

रायपुर। (Chhattisgarh) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो दिवसीय प्रवास पर महाराष्ट्र पहुंचे। कांग्रेस के 85 पदाधिकारी वर्धा के गांधी सेवाग्राम आश्रम में चल रहे प्रशिक्षण शिविर में थे। 3 घंटे के प्रशिक्षण में राज्यों की योजना की जानकारी दिए। (Chhattisgarh)   जहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि गांधी और छत्तीसगढ़ का पुराना संबंध है। गांधी जी छत्तीसगढ़ दो बार गए। 1920 में कंडैल सत्याग्रह में और उसके दूसरे बार 1933 में गए थे। दो बार महात्मा गांधी का छत्तीसगढ़ आगमन हुआ। छत्तीसगढ़ के लोगों से उनका खास जुड़ाव रहा। (Chhattisgarh) बाद में लोग सर्वोदय से भी जुड़े। हमारे परिवार में भी फ्रीडम फाइटर रहे हैं। जो हमारे बड़े पिताजी थे। और मेरे पिताजी सर्वोदय से जुड़े थे। 85 वीं वर्षगांठ पर हमने स्वाराजी अभियान का कार्यक्रम शुरू किया। जिनमें जिसमें हम छत्तीसगढ़ी भाषा में एक योजना है चार चिन्हारी नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी जो ग्राम स्वंलबन की बात गांधी जी करते थे और ग्राम स्वराज की उसे हमने छत्तीसगढ़ में लागू कर रहे है।

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आगे सीएम ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ में गौठान बना रहे हैं। वहीं एसीसी ग्रुप के माध्यम से महिलाओं को ये उत्पादन भी कर रहे। सब्जी भी बो रहे हैं। पहली बार है कि छत्तीसगढ़ मे गोबर खरीदी किया जा रहा है। गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया जा रहा है। वर्मी कम्पोस्ट इसलिए कि हम जैविक खेती कर पाए। 

किसान कानून पर सीएम ने कहा कि जब किसानों को कानून स्वीकार नहीं है तो उसे वापस लिया जाए। यह कृषि कानून पूजीपतियों का कानून है।  अभी तक के जितने भी उद्योग है केंद्र सरकार इसे बेच रही है। अब उनकी नजर किसानों की जमीन पर है। जो किसान समझ चुके हैं। डेढ़ महीने से आंदोलन पर बैठे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी कानून पर रोक लगाने का आदेश दिया है।

नक्सलवाद पर सीएम ने कहा कि अंहिसा का कोई विकल्प नहीं है। गांधी जी ने दुनिया को जो रास्त बताया है वो हमारे लिए हैं। अब लोग हिंसा से उब गए हैं। जिससे नक्सली अब सामान्य जीवन में वापस लौट रहे हैं। पूर्व बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए सीएम ने कहा कि वहां रहने वाले आदिवासियों का भरोसा पूर्व सरकार खो चुकी थी। हम लोग उनके विश्वास जीतने का काम हमने किया है। 4 हजार रुपए प्रति बोरा खरीदने का मानक काम पूरे भारत में नहीं है जो छत्तीसगढ़ में दे रहे हैं। उसी प्रकार कोदुकुट्टी जिसे भारत सरकार ने घोषित नहीं किया। हम उसके समर्थन में घोषित करने जा रहे हैं। उसकी खरीदी भी हम करेंगे। हम विकास के साथ लोगों का विश्वास जीतने का काम भी कर रहे हैं।

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