इस बार रक्षाबंधन पर पूरे दिन शुभ मुहूर्त, 1930 जैसा दुर्लभ संयोग

रायपुर। इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा, जिससे बहनों को भाइयों को राखी बांधने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सूर्य उदय के साथ ही सावन पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी और पूरे दिन शुभ मुहूर्त रहेगा। बहनें सुबह से ही भाइयों को तिलक कर राखी बांध सकेंगी।

पंडितों के अनुसार, वर्ष 2025 का रक्षाबंधन कई दुर्लभ संयोग लेकर आया है। नक्षत्र, वार और शुभ समय का मेल वैसा ही है जैसा 1930 में रक्षाबंधन पर हुआ था। उस साल भी रक्षाबंधन 9 अगस्त, शनिवार को सावन पूर्णिमा पर मनाया गया था, और सौभाग्य योग के साथ श्रवण नक्षत्र का संयोग बना था, जो इस बार भी है।

राखी से एक दिन पहले शुक्रवार को रायपुर के बाजारों में जबरदस्त रौनक रही। मालवीय रोड, गोलबाजार और बैजनाथपारा जैसे इलाकों में राखियों के स्टॉल सजे रहे और देर रात तक भीड़ उमड़ी रही। बहनों को मायके बुलाने से लेकर घर-घर में तैयारियां जोरों पर रहीं।

बाजार में इस बार 5 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की विभिन्न प्रकार की राखियां उपलब्ध हैं। रेशमी डोरियों के साथ चंदन, तुलसी की लकड़ी से बनी काष्ठ आर्ट राखियां, स्टोन और मोतियों से जड़ी डिजाइनर राखियां बहनों को खूब भा रही हैं। इसके अलावा, पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अनाज, बीज, फूल और पत्तियों से बनी इको-फ्रेंडली राखियां भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।

ट्रेडिशनल राखियों की भी बाजार में अच्छी मांग है। व्यापारियों के मुताबिक, इस बार बिक्री पिछले साल से बेहतर रहने की उम्मीद है। रक्षाबंधन के इस दुर्लभ संयोग को लेकर लोगों में खास उत्साह है, और बाजार से लेकर घरों तक पर्व की तैयारियों का माहौल बना हुआ है।

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