यह राजनीतिक एफआईआर’ , महादेव सट्टा मामले में कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस

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रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ महादेव सट्टा एप्प मामले में EOW ने एफआईआर दर्ज की है। भूपेश बघेल के साथ 19 अन्य नामजद के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। FIR में कहा गया है कि महादेव सट्टा एप्प मामले में प्रोटेक्शन मनी के लिए राजनीतिक, प्रशासनिक से लेकर पुलिस के सीनियर अधिकारियों का सहारा लिया गया है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं।
सीएम भूपेश बघेल प्रेस कांफ्रेंस ने कहा कि ” FIR की कॉपी में 4 मार्च की तारीख दर्ज की गई है जबकि 17 मार्च को दिल्ली से इसे प्रकाशित किया गया। छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप्प मामले में सबसे ज्यादा कार्रवाई की गई है। सबसे ज्यादा FIR छत्तीसगढ़ में दर्ज की गई है. छठवें नंबर पर भूपेश बघेल का नाम दर्ज किया गया है. जबकि प्रोटेक्शन मनी को लेकर FIR में मेरा नाम नहीं राजनीति प्रतिशोध के चलते फिर किया गया है।
लोकसभा चुनाव की तारीख घोषित हो चुकी है. कांग्रेस पार्टी ने मुझे राजनांदगांव से उम्मीदवार बनाया है. यह चर्चा बहुत पहले से हो रही थी कि मुझे राजनांदगांव से लड़ाया जाएगा. इसी बीच महादेव एप का जिन्न बाहर आया. आज दिल्ली से एक खबर प्रकाशित हुई कि महादेव एप सट्टा मामले में ईओडब्ल्यू में एफआईआर दर्ज किया है. जिसमें मेरा भी नाम है. बहुत ही सामान्य से बात है यदि थाने में ईओडब्ल्यू में एफआईआर दर्ज हो तो उसी दिन उसको अपनी पोर्टल पर वेबसाइट पर डालना होता है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शुभम सोनी की एंट्री होती है और उसका वीडियो भी भाजपा कार्यालय से जारी होता है. इसी बीच असीम दास नामक व्यक्ति की एंट्री होती है. जो एक होटल से पकड़ा जाता है. उसके पास से करोड़ों रुपए बरामद होते हैं.
भूपेश बघेल ने कहा कि यह एफआईआर राजनीतिक एफआईआर है. इसमें मेरा नाम दबावपूर्वक डाला गया है.पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एफआईआर पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा नाम जब बॉक्स में डाल सकते हैं तो उन अधिकारियों के नाम क्यों नहीं डाले गए? इन गीदड़ भभकियों से मैं डरने वाला नही हूं. भाजपा मान चुकी है कि वे राजनांदगांव में हार चुके है.