पीरियड का तीसरा दिन….और काफी मुश्किल था दिन….इसलिए मीराबाई चानू के हाथ से फिसला मेडल

नई दिल्ली। 8 अगस्त यानी आज मीराबाई का जन्मदिन (30वां) भी था, ऐसे में उनके पास इतिहास रचने का मौका था. उनसे काफी उम्मीद भी थी…लेकिन वह कोई धमाल नहीं कर सकी…और मेडल से चूक गई… मीराबाई क्लीन एंड जर्क के अपने आखिरी प्रयास में 114 किग्रा वजन नहीं उठा सकीं और इस तरह मेडल की रेस से बाहर हो गईं.
इवेंट खत्म होने के बाद मीराबाई ने यह भी बताया कि उनके पीरियड का तीसरा दिन था, ऐसे में यह काफी मुश्किल था.
मीराबाई चानू ने कहा- आज के परफॉरमेंस से बहुत खुश हूं, सभी लोग जानते हैं कि मैंने काफी इंजरी फेस की है, रियो (2016 ओलंपिक) में मेरे साथ क्या हुआ था यह बात सभी का मालूम है. वहां मेरे हाथ से मेडल मिस हो गया था. ऐसा हर खिलाड़ी के साथ होता है.
मीराबाई ने आगे कहा, ‘उसके बाद मैं वर्ल्ड चैम्पियन बनी. टोक्यो ओलंपिक में मैंने भारत को सिल्वर मेडल दिलाया. इस बार भी मैंने कोशिश की, लेकिन इंजरी के कारण, एशियन गेम्स में मेरा क्या हाल हो गया था, यह बात सभी को मालूम है. उसके बाद मैं 4-5 महीने रिहैब में चली गई. पेरिस ओलंपिक में बहुत कम टाइम था, मैंने पूरी कोशिश की लेकिन ऐसा हो ना सका.’