छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपा

ये तो हैं प्लास्टिक के चावल! गांव में मचा हड़कंप, जानें क्या है पूरा मामला


गोपाल शर्मा@जांजगीर चांपा. जिले के सेमरा गांव के लोग पीडीएस सिस्टम का चावल खाने से घबरा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि एपीएल और पीबीएल परिवार को बांटे गए चावल में प्लास्टिक चावल मिला हुआ है,जो दिखने में चावल की तरह ही है और पानी में डालने के बाद हल्का और चिपचिपा हो जा रहा है. जिसे खाने के बाद पेट में दर्द की समस्या भी होने लगी है। जिसके कारण अब इस चावल को खाने से लोग डर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक जांजगीर जिले के नवागढ़ तहसील के सेमरा गांव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली से ग्रामीणों को बांटे गए चावल को खाने से लोग डर रहे है। कोटे की दुकान से मिले चावल में प्लास्टिक के चावल का दाना मिलावट होने की बात से लोग सकते में आ गए,व. अपने-अपने घर का चावल का भी मिलान करने लगे तो अधिकांश लोगो को एक जैसा चावल के दाने दिखाई दिए। इस पर उनका शक और गहरा हो गया।

इससे पहले इस तरह के चावल का कभी नहीं हुआ वितरण

ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले राशन दुकान से इस तरह का चावल का वितरण कभी नहीं हुआ है. गांव में महिला स्व सहायता समूह को राशन वितरण का काम सौंपा गया है,जहां से 17 अगस्त को खरीद कर लाया गया और 3 दिन से उस चावल को धोकर बनाया जा रहा है ,इसमें प्लास्टिक का चावल मिला हुआ है, खाने में कोई स्वाद नहीं है। इस चावल के सेवन से बच्चों के पेट में दर्द होने लगा है।

प्रशासन को ध्यान देने की जरुरत
घटिया चावल की सप्लाई को लेकर प्रशासन को ध्यान देने की जरुरत है। ताकी लोगों की सेहत पर बुरा असर न पड़े और सरकारी योजनाओं पर भी पलीता न लगे।

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