
मनीष सवरैया@महासमुंद। जिले के गुरु घासीदास बस स्टैंड को बने सालों बीत चुके…लेकिन अब ये जुआरियों का अड्डा बन चुका है…इसके साथ ही यहां पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। जैसे-जैसे अंधेरा होता है..वहां पर शराबियों की महफिल जमने लगती है. इसकी वजह से कर्मचारियों को परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है…हम बात कर रहे हैं महासमुंद के गुरू घासी दास बस स्टैंड की.. जहां रोजाना लगभग, रायपुर, राजिम, बागबाहरा रोड ने 200 के करीब बसें चलती है। इन बसों ने रोजाना हजारों की तादात में महिला पुरुष और बच्चे सफर करते हैं। जहां सालों से बस स्टैंड पहुंचने वालों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। महासमुंद के बस स्टैंड में आपकी सुबह होने से आधीरात तक शराबियों और गांजे, सालोशन के नशे धुत लोग मिल जायेगे। यात्री प्रतीक्षालय में पूरा दिन जुआड़ी और अन्य तरह के असामाजिक तत्व मिलेगें। बस स्टैंड में बना वॉटर एटीएम वर्षों से बंद है। पीने के पानी लिए नगर पालिका ने एक नल तो लगा रखा है लेकिन नल के आसपास गंदगी का अंबार है। महासमुंद में 200 बसें और लगभग 40-50 ऑटो चलते हैं। बेतरतीब ऑटो और बसों के खड़े होने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं।