
नितिन@रायगढ़। जिले के धर्मजयगढ़ छाल ओ.सी.एम माइंस में कई दिनों से ट्रक ड्राइवरों द्वारा अनैतिक रूप से खदान में बायपास मार्ग बनाकर छाल खदान में अपनी वाहनों को चोरी छिपी एंट्री कराया जा रहा था। जिससे धूल चौक में हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती थी। वही दूसरी तरफ बायपास मार्ग में गाड़ियों की एंट्री से लोकल ट्रांसपोटरों से विवाद होते रहता था। जिसका खामियाजा एसईसीएल प्रबंधन को भुगतना पड़ता था। इसे रोकने के लिए छाल एसईसीएल के प्रभारी सुरक्षा विभाग के द्वारा 11/नवंबर/2023 को छाल थाना प्रभारी को लिखित आवेदन दिया था। आवेदन में साफ तौर पर लिखा गया था कि छाल ओसीएम में ट्रक ड्राइवरो के द्वारा अनैतिक रूप से नया रास्ता बनाकर वाहन चलाया जा रहा है इससे विवाद की स्थिति बनती है साथ ही माइंस की सुरक्षा व्यवस्था भी खराब होती है। अविलंब रोका जाना जरूरी है।
इधर ज्ञापन लेने के बाद भी छाल थाना प्रभारी के द्वारा एक बार भी खदान आकर बायपास मार्ग को बंद नहीं कराया गया। जिससे कि यहां सुरक्षा में तैनात त्रिपुरा राइफल और लोकल ड्राइवर ट्रांसफरों के बीच खींचातानी का माहौल हमेशा बनने लगा। शुक्रवार की दोपहर त्रिपुरा रायफल द्वारा एसईसीएल में बाईपास मार्ग से एंट्री कर रहे वाहनों को रोका जा रहा था,तभी वाहन चालक ट्रांसपोर्ट द्वारा त्रिपुरा राइफल के जवानों से हाथापाई की गई। वही पास में मौजूद ट्रांसपोटरो के द्वारा कुछ ग्रामीण महिलाओं को अपने पक्ष में बुलाकर पत्थर बाजी कर त्रिपुरा रायफल के जवानों से खदान में मारपीट करवाया गया। जिसके बाद छाल खदान के डिस्पैच को बंद कर दिया गया वही त्रिपुरा रायफल के जवान में अरुण देब वर्मा नायक सूबेदार के सर पर गंभीर चोट लगी और मोनू कुमार दास सूबेदार के सर पर चोट लगी बाकी 6 जवान घायल हुए।
SCEL प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार छाल पुलिस को उनके द्वारा अवैध बायपास मार्ग को बंद करवाने के लिए कई दफा लिखित और मौखिक शिकायत दी गई थी। अगर पुलिस के द्वारा एक बार भी मामले को लेकर सक्रियता दिखाई गई होती, तो आज त्रिपुरा रायफल के जवानों के साथ ये अनहोनी नही होती। वहीं इस गंभीर मामले में अभी तक पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किए जाने से ऐसा प्रतीत होता है,कि छाल पुलिस का यही रवैया रहा तो आने वाले दिनों में कोई भी अप्रिय घटना घटित होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। इधर देर शाम घटना स्थल से त्रिपुरा राइफल के सिपाहियों को अस्पताल जाकर इलाज कराये जाने की जानकारी सामने आई है। वहीं छाल पुलिस के द्वारा मामले की जांच कर रही है। जवानों से मारपीट करने वाला एक क्षेत्रीय बदमाश ग्रुप बनाकर माइंस के आसपास अवैध मार्ग से ट्रक निकलवाना और उनसे उगाही करने की बात स्वीकार करता दिख रहा है।