अंडा गांव में तीन माह से राशन नहीं, ग्रामीणों के सामने भुखमरी का संकट

सक्ती। छत्तीसगढ़ के सक्ती ज़िले के मालखरौदा ब्लॉक स्थित अंडा ग्राम में ग्रामीणों को तीन माह से सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत राशन नहीं मिल रहा है, जिससे ग्रामीणों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
गांव के 575 राशनकार्डधारी परिवारों में से अधिकांश को मार्च, अप्रैल और मई माह का चावल, शक्कर और नमक नहीं मिला। ग्रामीणों का कहना है कि वे मजदूरी और पीडीएस से मिलने वाले चावल पर निर्भर हैं, लेकिन तीन माह से राशन न मिलने से उनके घरों में खाने का संकट गहराता जा रहा है।
गांव के अधिकांश लोग भूमिहीन और दिहाड़ी मजदूरी करने वाले हैं, जो पीडीएस पर निर्भर रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस गंभीर समस्या की जानकारी फूड ऑफिसर तक को नहीं थी, जो अपने आप में लापरवाही का प्रमाण है। जब तीन माह बाद ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों को इसकी शिकायत की, तब जाकर विभाग हरकत में आया और जांच की गई।
जांच में पाया गया कि ग्राम पंचायत अंडा में पीडीएस दुकान से 145 क्विंटल चावल, 3.39 क्विंटल शक्कर और 3 क्विंटल नमक की कमी है। इस पर पूर्व में एसडीएम द्वारा राशन दुकान संचालक को नोटिस भी जारी किया गया था। संचालक ने अनियमितता स्वीकार करते हुए राशन जमा करने की बात मानी है। अब देखना यह होगा कि ग्रामीणों को कब उनका हक का राशन मिलेगा और क्या दोषियों पर कोई ठोस कार्रवाई की जाएगी या फिर यह मामला भी अन्य सरकारी मामलों की तरह फाइलों में दब जाएगा।