छत्तीसगढ़ में टूरिज्म क्षेत्र में बडा स्कोप, टीटीएफ की बैठक में बोर्ड अध्यक्ष ने बताई प्रदेश की योजनाएं

रायपुर। छत्तीसगढ़ पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों में एक अहम कदम सामने आया है। कोलकाता में चल रहे ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर (टीटीएफ) में छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड ने शानदार और प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई।
छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष नीलू शर्मा ने राज्य की सांस्कृतिक, धार्मिक और प्राकृतिक विविधताओं को मंच पर प्रस्तुत करते हुए कोलकाता के टूर ऑपरेटरों को टूर पैकेज में छत्तीसगढ़ को शामिल करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ‘अनदेखा भारत’ है, जिसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, चित्रकोट जलप्रपात, कांगेर घाटी, सिरपुर, डोंगरगढ़, दंतेवाड़ा जैसे स्थल पर्यटकों के लिए अद्भुत अनुभव हैं। इस अवसर पर नीलू शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ मंच साझा किया और पश्चिम बंगाल के पर्यटन कारोबारियों को राज्य की संभावनाओं से अवगत कराया।
नीलू शर्मा ने जानकारी दी कि राज्य में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है और होमस्टे, रिसॉर्ट्स, ट्राइबल एवं वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा देने कई योजनाएं शुरू की गई हैं। वहीं, कोलकाता में छत्तीसगढ़ टूरिज्म का स्थायी सूचना केंद्र भी स्थापित किया गया है।

इस आयोजन में छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक विवेक आचार्य ने राज्य की सुंदरता और योजनाओं पर प्रेजेंटेशन दिया। कार्यक्रम में सिक्किम विधानसभा की उपाध्यक्ष राजकुमारी थापा, थाईलैंड की महावाणिज्यदूत, और 500 से अधिक टूर एजेंट उपस्थित रहे।