
नितिन@रायगढ़। बारिश का मौसम के आते ही,हर साल की तरह इस साल भी लोगों को डर है कि शहर में आवागमन का एक बेहतरीन साधन चक्रपथ फिर केलो नदी के पानी में डूब जाएगा।
दरअसल में तेज बारिश होते ही शहर में हेमूकालानी चौक से कलेक्ट्रेट जाने वाला चक्रपथ ही साल डूब जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए शहर प्रशासन ने यह तय किया था कि केलो नदी के किनारे से गुजरने वाले चक्रपथ की ऊंचाई बढ़ाने के साथ ही नदी किनारे एक मजबूत रिटेनिंग वॉल बना दिया जाए। ताकि बारिश के दिनों में केलो नदी के जलस्तर बढ़ने पर भी कम चक्रपथ न डूबे।
इसके लिए रेलवे के द्वारा आवश्यक अनुमति भी मिल चुकी है। वहीं इस सड़क के निर्माण में खर्च होने वाली राशि जो करीब 2 करोड़ 10 लाख रुपए है उसकी व्यवस्था सीएसआर फंड से कर ली गई है। कुछ महीने पहले शहर प्रशासन ने घोषणा के थी कि इस साल चक्रपथ नही डूबेगा।
इसके बावजूद मानसून यह मामला अब भी अटका हुआ है। इस लेकर शहर के लोग आशंकित है कि इस साल भी मार्ग बाढ़ के पानी में डूबेगा।
शहर वासियों की इस आशंका को लेकर हम पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता खांबरा से बात की तो उन्होंने बताया चौथी लाइन का कार्य प्रगति पर है। इसके लिए रेल्वे ने दो गाटर्स गिरवाएं रखें है। जिन्हे उठाकर दूर ले जाने के लिए हमने क्रेन की व्यवस्था कर ली है। रेलवे को पत्र लिखा जा चुका है। जल्दी ही चक्रपथ का काम तेजी से शुरू किया जाएगा।
चुकी बारिश का मौसम आ चुका है। मगर अभी तेज बारिश के आसार कम है, अतः काम को गति देकर हम कोशिश करेंगे कि निर्धारित समय में मार्ग की ऊंचाई सीसी रोड बनाकर व रिटर्निंग वाल की काम करवा लिया जाएं।