छत्तीसगढ़कांकेर (उत्तर बस्तर)

20 सालों से गांव के लोग कंफ्यूज्ड…आखिर 2 किलोमीटर सड़क प्रशासन ने क्यों छोड़ा…. प्रशासन मौन

कमलेश हिरा@कांकेर। गर्मी के बाद लोगों को बारिश का इंतजार रहता है, लेकिन यही बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन जाए तो आप क्या कहेंगे…ऐसा ही कुछ ग्राम पंचायत बांदें के आश्रित गांव में देखा जा रहा हैं। हरिदासपुर से पखांजूर जाने वाली सड़क तालाब में तब्दील हो गई। हैं…घर से निकलते ही कुछ दूर चलते ही लोगों को तालाब मिल जाता है, जिससे पार कर लोग एक और से दूसरी तरफ जाते हैं। जिसकी शिकायत प्रशासन से की जा चुकी है,लेकिन समाधान तो दूर को सुनने के लिए तैयार नहीं हैं । यहां तक की अपनी ओर से पल्ला झाड़ने के लिए दूसरे विभाग पर इसका ठीकरा फोड़ते हैं। बता दे कि गांव के अंदर पक्की सड़क पर 2 किलोमीटर छोड़कर फिर बना दिया गया। लेकिन 2 किलोमीटर क्यो छोड़ा गया, इसकी जानकारी किसी के पास नही हैं। संबंधित विभाग की लापरवाही से ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीण प्रशासन से सड़क की गुहार लगाते हैं, तो एक दूसरे विभाग के हवाले देते रहते हैं।ग्रामीण 20 सालो से अब तक पता नही लगा पाए कि ये 2 किलोमीटर की सड़क कौन से विभाग की है और विधायक और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सिर्फ और सिर्फ आश्वसन मिलता हैं,15 साल बीजेपी, 5 साल कांग्रेस और एक बार फिर बीजेपी की सरकार, लेकिन ग्रामीणों की किस्मत अब तक नहीं बदली। ग्रामीणों के लिए पखांजूर मुख्यालय और मुक्तिधाम के लिए एक मात्र सड़क जो हमेशा जलभराव के चलते सड़क कम तालाब अधिक दिखाई देने लगता है।

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