विधानसभा में “लाठी” लेकर जाने के बयान से मचा सियासी बवाल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत पर सत्ता पक्ष हमलावर

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में मानसून सत्र से पहले ही सियासी पारा चढ़ गया है। सभी राजनीतिक दलों ने विधानसभा की तैयारी तेज कर दी है, लेकिन इस बार विपक्ष की रणनीति और बयानबाजी ने माहौल को और गर्म कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के एक बयान ने सत्ता पक्ष को आक्रामक कर दिया है।
दरअसल, कांग्रेस विधायकों की बैठक के बाद विधानसभा सत्र की तैयारियों को लेकर मीडिया से चर्चा करते हुए महंत ने कहा कि “इस बार सभी विधायक विधानसभा में लाठी लेकर जाएंगे।” उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है।
महंत की सादगी और विनम्रता की आमतौर पर सत्ता पक्ष के नेता भी तारीफ करते हैं, लेकिन इस बयान के बाद वही नेता अब उनके खिलाफ आक्रामक हो गए हैं। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने महंत के बयान की निंदा करते हुए इसे भड़काऊ और असंवैधानिक बताया। वहीं, विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा कि यह बयान लोकतंत्र की हत्या जैसा है।
सुशांत शुक्ला ने तीखा पलटवार करते हुए कहा, “जैसे संस्कार होंगे, वैसी ही भाषा होगी।” उन्होंने चेतावनी दी कि विपक्ष को संयमित और संवैधानिक दायरे में रहकर काम करना चाहिए। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब चरणदास महंत अपने बयान को लेकर विवादों में आए हों। इससे पहले भी उनके कई बयानों ने कांग्रेस के भीतर और बाहर हलचल मचाई है। अब देखना यह होगा कि विधानसभा सत्र में यह लाठी वाला बयान क्या राजनीतिक तूफान में बदलता है या नहीं।