रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘सुशासन तिहार’ अभियान के तहत जनता की शिकायतों और मांगों का समाधान करने की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय खुद इस अभियान की निगरानी कर रहे हैं और कई जिलों का दौरा कर रहे हैं। अब तक प्राप्त 40 लाख आवेदनों में से 39 लाख का निराकरण हो चुका है, जो सुशासन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
हर जिले का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया गया है, जिसमें देखा गया है कि वहां कितनी शिकायतें और मांगें आईं और उनमें से कितनी का समाधान हुआ। मुंगेली जिला इस सूची में सबसे ऊपर है। यहां 2308 शिकायतों में से 2302 का समाधान हो चुका है, जबकि 1,27,264 मांगों में से 1,27,256 पूरी की जा चुकी हैं। दूसरी ओर, कोरबा और मनेंद्रगढ़ जैसे जिले पीछे चल रहे हैं, जहां हजारों आवेदन अब भी लंबित हैं।
अगर पूरे प्रदेश की मांगों को देखा जाए, तो पीएम आवास योजना के लिए सबसे ज्यादा 9.83 लाख आवेदन मिले हैं। इसके बाद उज्ज्वला योजना के लिए 1.47 लाख और राशन कार्ड के लिए 1.11 लाख आवेदन आए हैं। शहरी इलाकों में भी आवास और पेयजल जैसी बुनियादी जरूरतों से जुड़े हजारों आवेदन प्राप्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अब तक 16 जिलों का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने कोरबा, एमसीबी, कोरिया, कवर्धा, बीजापुर जैसे जिलों में समाधान शिविर में भाग लिया। वहीं सक्ती, दंतेवाड़ा, खैरागढ़ जैसे जिलों में अचानक निरीक्षण कर अफसरों को सक्रिय किया। कई जगहों पर वे रात्रि विश्राम कर स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली को करीब से समझ रहे हैं।