धान खरीदी व्यवस्था से किसानों में बढ़ा भरोसा, बस्तर के मूली केंद्र में मिल रही हर सुविधा

रायपुर। राज्य सरकार की पारदर्शी और किसान हितैषी धान खरीदी व्यवस्था का असर जमीनी स्तर पर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। बस्तर जिले के बकावण्ड विकासखण्ड स्थित मूली धान खरीदी केंद्र में किसानों ने खरीदी प्रक्रिया को पहले से अधिक सरल, तेज़ और भरोसेमंद बताया है। समयबद्ध तौल, टोकन प्रणाली तथा मूलभूत सुविधाओं के बेहतर प्रबंधन ने किसानों के बीच संतोष और विश्वास बढ़ाया है।
किसान लखीराम, निवासी कुम्हरावण्ड, ने बताया कि समर्थन मूल्य की व्यवस्था और टोकन प्रक्रिया के सुचारू संचालन से केंद्र में भीड़ कम हो रही है। पर्याप्त स्टाफ मौजूद होने से तौल में देरी नहीं हो रही और आज 60 क्विंटल धान का विक्रय आसानी से हो गया। वे कहते हैं कि पहले की तुलना में इस बार पूरे केंद्र में अनुशासन और सफाई का विशेष ध्यान रखा गया है।
किसान दलपति कश्यप ने बताया कि आज के टोकन के अनुसार सुबह ही केंद्र पहुंच गए थे। केंद्र में हमाल, बारदाना, पेयजल और बैठने की व्यवस्था उपलब्ध होने से किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही। उनका कहना है कि इस वर्ष खरीदी केंद्र में प्रवेश करते ही महसूस होता है कि किसानों की जरूरतों को प्राथमिकता दी गई है।
महिला कृषक मंगली कश्यप ने बताया कि उनके पास 10 एकड़ कृषि भूमि है, जिसमें इस वर्ष उत्कृष्ट पैदावार हुई। वे 116 क्विंटल धान विक्रय के लिए लेकर आई थीं। उन्होंने कहा कि अच्छी पैदावार और सुव्यवस्थित खरीदी प्रणाली ने किसानों का उत्साह बढ़ाया है। खेत में नलकूप होने से अब वे रबी में ढाई एकड़ में मक्का बोने की तैयारी भी कर रही हैं।
मूली केंद्र प्रभारी एमआर भद्रे ने बताया कि इस सीजन के लिए पर्याप्त बारदाना, परिवहन व्यवस्था और सभी आवश्यक सुविधाएँ पहले ही सुनिश्चित कर दी गई हैं। किसानों की तौल व भुगतान से जुड़ी जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध है, जिससे पारदर्शिता और भरोसा दोनों बढ़ा है। इस केंद्र में आठ गांवों के कुल 865 किसानों ने पंजीयन कराया है और खरीदी कार्य सुचारू रूप से जारी है।





