छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे तक चलेगा ऑपरेशन: सीएम साय और गृहमंत्री शर्मा ने दी सख्त चेतावनी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में हाल ही में मिली बड़ी कामयाबी के बाद राज्य सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ अपना रुख और सख्त कर लिया है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मीडिया से बातचीत में बताया कि तीन दशकों में पहली बार माओवादियों के शीर्ष नेता बासव राजू को मार गिराया गया है, जो नक्सलियों की रीढ़ माने जाते थे। उन्होंने इसे सुरक्षा बलों की ऐतिहासिक सफलता बताया और जवानों के साहस को सलाम किया।
मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि जब तक राज्य से नक्सलवाद पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता, एंटी नक्सल ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा। वहीं, राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सलियों से किसी भी तरह की बातचीत संभव नहीं है, खासकर उन शहरी समर्थकों से जो हैदराबाद में बैठकर राज्य सरकारों को दिशा देने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन शर्त यह है कि माओवादी हिंसा छोड़ें और मुख्यधारा में आएं।
गृहमंत्री ने बताया कि सरकार के पास शहरी, ग्रामीण और जंगल में सक्रिय नक्सलियों की पूरी सूची है। मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे का लक्ष्य तय किया गया है और इसमें लगातार सफलता मिल रही है। अब तक 424 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए, 524 ने आत्मसमर्पण किया और 413 गिरफ्तार हुए हैं।
सीएम साय ने कहा कि सरकार की आत्मसमर्पण नीति के सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। सैकड़ों नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ चुके हैं। सरकार उनके पुनर्वास और बच्चों को रोजगार देने का काम भी कर रही है। दोनों नेताओं ने यह भी कहा कि बस्तर के गांवों में संविधान का शासन लागू करना और वहां विकास के रास्ते खोलना सरकार की प्राथमिकता है। नक्सलियों ने अब तक आदिवासियों को बंधक बना रखा है, लेकिन अब स्थिति बदल रही है।