छत्तीसगढ़रायगढ़

महिला और बच्चे का हत्यारा निकला उसका ही प्रेमी, दोनों के बीच अक्सर होता था विवाद, भिलाई से गिरफ्तार

नितिन@रायगढ़। बीते दिनों जुट मिल थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नेतनागर के एक खेत में रखे पैरावट में एक महिला और बच्चे की अधजली लाश मिलने के मामले में पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने खुलासा करते हुए बताया कि हत्याकांड के शातिर मुख्य आरोपी बिलासपुर निवासी मृतिका के प्रेमी संजय गुप्ता तक कैसे रायगढ़ पुलिस की विशेष टीम पहुंची। 

इसके बाद ही घटना के कारणों का खुलासा हुआ। पूछताछ के दौरान आरोपी संजय ने पुलिस को बताया कि पूर्व में रियल एस्टेट कंपनी में काम करता था। उसने क्लाइंट के रुपए से धोखाधड़ी किया था। फिर रायपुर में काम बंद कर इसके साथ कंपनी में काम करने वाली विवाहिता महिला निधि औसरिया और उसके बेटे पार्थ के साथ बिलासपुर में रहने लगा।

सूरज गुप्ता और निधि पहले से विवाहित थे,जो पिछले कुछ समय से बिलासपुर में पति-पत्नी की तरह रह रहे थे।आरोपी ने बताया कि दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था। 

24 नवंबर 2023 की रात निधि और सूरज में झगड़ा हुआ था। जिसे लेकर सूरज दूसरे दिन भी गुस्से में था और 25 नवंबर के दोपहर दोनों के बीच फिर बहस हुई और सूरज आवेश में आकर घर में रखे हथौड़े से निधि के सिर पर ताबड़तोड़ कई  वार किया एमएम जिससे निधि अधमरी हो गई। फिर पैर से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। पकड़े जाने के डर से घर में मौजूद मासूम बच्चे पार्थ की वायर से गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों शव को ठिकाने लगाने की प्लानिंग में सूरज जुट गया। उसने पेट्रोल,प्लास्टिक व अन्य सामान की व्यवस्था कर शव को शहर से दूर ठिकाने लगाने के लिए 26 नवंबर की सुबह दोनों लाश को एसयूवी कार के डिक्की में डालकर रायगढ़ की ओर निकला। 26 नवंबर की दोपहर में ही आरोपी सूरज गुप्ता नेतनागर पहुंच गया और पैरावट रखे स्थान की रैकी कर स्थान को उचित मानकर रात्रि होने का इंतजार किया और देर रात शव को जलाकर पुलिस को चकमा देने के लिए बार-बार मार्ग बदल-बदल कर अकलतरा-बिलासपुर होते हुए अपने घर शांति नगर बिलासपुर पहुंचा और कार पोर्च पर खडी कर रफूचक्कर हो गया।

पुलिस की टीम को निधि के मोबाइल नंबर के एनालिसिस पर पता चला कि मोबाइल पर और नंबर एक्टिव थे। जिसे जांच करते हुए पुलिस संदिग्ध सूरज गुप्ता के लोकेशन तक पहुंची जो पुलिस से छिपते हुए मुंबई भाग चुका था । तत्काल एसएसपी सदानंद कुमार के निर्देशन पर डीएसपी अमन लखीसरानी के नेतृत्व में एक टीम पुणे रवाना हुई। वहीं संदेही सूरज गुप्ता पुलिस को गुमराह करने अपना मोबाइल बंद-चालू कर रहा था जिसका मोबाइल ऑन होने पर अगला लोकेशन दुर्ग-भिलाई प्राप्त हुआ । पुणे रवाना हुई टीम भिलाई पहुंची जहां आरोपी सूरज गुप्ता द्वारा अपनी पहचान छिपा कर नया फोन और नया सिम लेकर पीजी को किराए में लेकर वहीं रहने की फिराक में था । टीम द्वारा आरोपी की पतासाजी करते हुए भिलाई के प्रियदर्शनी परिसर पहुंच कर संदेही सूरज गुप्ता को हिरासत में लिया गया। पूछताछ करने पर उसने निधि औसरिया और उसके बेटे पार्थ की हत्या कर शव को बिलासपुर-झारसुगुड़ा हाईवे में रोड किनारे पैरावट में जलाना कबूल किया और घटना का वृतांत बताया।

पुलिस ने आरोपी से मृतिका औसरिया के सोने चांदी के जेवरात करीब सात आठ लाख रुपए नगद कैश करीब ढाई लाख रुपये और एक्सयूवी 700 कार की जप्त कर लिया है।

Related Articles

Back to top button