रेल हादसे का खौफनाक मंजर: 2 साल के ऋषि का फोटो सोशल मीडिया में वायरल, अब एक ही ट्रैक पर तीन ट्रेनों से यात्रियों में हड़कंप

बिलासपुर। जिले मंगलवार शाम लालखदान के पास हुए भीषण रेल हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। कोरबा-बिलासपुर मेमू पैसेंजर (68733) और मालगाड़ी की टक्कर में 11 लोगों की मौत हो गई।
हादसे में देवरी खुर्द निवासी ऑटो चालक अर्जुन यादव (30) और उनकी पत्नी शीला यादव (28) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनका ढाई साल का बेटा ऋषि यादव गंभीर रूप से घायल हुआ। मलबे से बच्चे को निकालते वक्त का वीडियो-फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें ऋषि की चीखें सुन हर किसी का दिल दहल उठा।
घायल ऋषि को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। हादसे में मालगाड़ी के गार्ड शैलेश चंद्रा ने कूदकर अपनी जान बचाई, जबकि लोको पायलट विद्या सागर समेत 20 से अधिक यात्री घायल हैं। राहत-बचाव दल ने रातभर मशक्कत कर यात्रियों को बाहर निकाला।
हादसे के 24 घंटे बाद भी रेलवे की लापरवाही उजागर हो रही है। बुधवार को कोटमीसोनार-जयरामनगर स्टेशन के बीच एक ही ट्रैक पर दो मालगाड़ियां और एक पैसेंजर ट्रेन खड़ी दिखाई दीं। यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। कई लोग ट्रेन से कूदकर जान बचाने भागे। वीडियो में यात्रियों की चीख-पुकार और दहशत का मंजर साफ दिखा।
स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है। वहीं, रेलवे ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं, लेकिन हादसे और उसके बाद की लापरवाही ने व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।



