रायपुर। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी व्यवस्था तेजी से रफ्तार पकड़ चुकी है। खरीदी के छठवें दिन, 20 नवंबर को ही राज्यभर में किसानों से 9,00,615 क्विंटल धान खरीदा गया। इसी के साथ 15 से 20 नवंबर के बीच उपार्जित धान की कुल मात्रा बढ़कर 23,66,958 क्विंटल हो चुकी है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार धान खरीदी के साथ-साथ किसानों को समर्थन मूल्य के भुगतान की प्रक्रिया भी सुचारू रूप से जारी है। मार्कफेड द्वारा भुगतान हेतु 214.18 करोड़ रुपये अपेक्स बैंक को जारी किए जा चुके हैं। राज्य सरकार पहले ही मार्कफेड को 26,200 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी उपलब्ध करा चुकी है, जिससे किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित हो सके।
धान खरीदी केन्द्रों की व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए जिला व राज्य स्तरीय अधिकारियों को लगातार निरीक्षण के लिए तैनात किया गया है। वरिष्ठ अधिकारी खरीदी केन्द्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे हैं, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी, अव्यवस्था या अनियमितता की गुंजाइश न रहे।
बाहरी राज्यों से धान की अवैध आवक पर रोक लगाने के लिए चेकपोस्टों पर विशेष सतर्कता रखी जा रही है। वाहनों की औचक जांच के साथ-साथ संदेहास्पद परिवहन पर कड़ी निगरानी की जा रही है।
किसानों ने कहा है कि ‘टोकन तुंहर ऐप’ के माध्यम से टोकन प्राप्त करने की ऑनलाइन व्यवस्था अत्यंत सरल और पारदर्शी साबित हो रही है। इससे धान बेचने की प्रक्रिया पहले की तुलना में अधिक सुविधाजनक हुई है।
उल्लेखनीय है कि खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए राज्य में 26.50 लाख किसानों ने धान बेचने हेतु पंजीयन कराया है। पंजीकृत धान का कुल रकबा 29.27 लाख हेक्टर है। निरंतर बढ़ती खरीदी से स्पष्ट है कि इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ रहा है।
