
नितिन@रायगढ़। राज्य और जिले के सरकारी विभागों के लाखों कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल में है। जिसका बुरा असर सरकारी कामकाजों के अलावा स्कूल कालेज के छात्र छात्राओं के भविष्य पर पड़ रहा है।।
बहुत से सरकारी स्कूलों में जहां एक ओर विद्यार्थियों की पढ़ाई ठप्प पड़ने लगी है,तो वही दूसरी ओर कई शिक्षा संस्थानों में नए छात्र-छात्राओं का प्रवेश सिर्फ अस्थाई जाति,निवास प्रमाण पत्र की वजह से बाधित हो रहा है।
छात्र-छात्राओं के पास स्थाई प्रमाण पत्र नहीं, जिससे रुका प्रवेश
ऐसा एक मामला रायगढ़ जिले के सरकारी आई टी आई कालेज से सामने आया है, जहां भर्ती प्रकिया की अंतिम तिथि निकट आ चुकी है। लेकिन कई छात्र-छात्राओं के पास स्थाई प्रमाण पत्र नहीं होने के कारण उनका प्रवेश संस्थान में नही हो पा रहा है।
उनके पास अस्थाई प्रमाण पत्र तो है परंतु सरकारी कर्मचारियों की प्रदेश व्यापी अनिश्चित कालीन हड़ताल की वजह से स्थाई प्रमाण पत्र नही बन पा रहा है।
प्रभारी प्राचार्य ने दिया नियम कायदों का हवाला
यह जानते हुए भी आईटीआई कालेज प्रबंधन नए प्रवेशार्थियों को बिना स्थाई प्रमाण पत्र के संस्थान में एडमिशन नही लेने दे रहा है। संस्थान के प्रभारी प्राचार्य राजकुमार देवांगन नियम कायदों का हवाला देते हुए प्रवेश योग्य कई छात्र छात्राओं का एडमिशन देने से इंकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि एडमिशन लेने वाले छात्रों को स्थाई प्रमाण पत्र आवश्यक रूप से देना ही पड़ेगा।
एडमिशन के लिए भटक रहे छात्र छात्राओं पर प्रबंधन के तानाशाही की मार
इधर हफ्ते भर से एडमिशन के लिए भटक रहे छात्र छात्राओं पर प्रबंधन के तानाशाही की मार पड़ रही है। छात्रों ने बताया कि कर्मचारियों की हड़ताल अगर जल्दी खत्म नही हुई या फिर प्रबंधन एडमिशन की प्रक्रिया में रियायत नहीं बरता तो उनका एक साल खराब हो जायेगा। इधर छात्रों की समस्या को लेकर प्रबंधन से जब मीडिया कर्मी बात करने गए तो उनके साथ पहले अभद्र व्यवहार कर किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं देने को कहा गया। इसके पश्चात प्रभारी प्राचार्य ने कहा कि नियम कायदों से समझौता संभव नही है। स्थाई प्रमाण पत्र के बिना एडमिशन नही लिया जाएगा।
विजुवल शासकीय आई टी आई कालेज रायगढ़