
रायपुर। बस्तर में नक्सलियों द्वारा भाजपा नेताओं की हत्या मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सरकार और भूपेश बघेल अपना पल्ला झाड़ने के लिए आज एनआईए जांच की बात कर रहे हैं। रमन सिंह ने कहा कि एक बार फिर मुख्यमंत्री का दोहरा चरित्र सामने आया है. भाजपा के 4 नेताओं की निर्मम हत्या हो रही है, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है, बल्कि जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा वापस ली जा रही है. उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं ने हमले का संकेत भी प्रशासन को दिया था. यहां तक की वो अपनी जान का खतरा बताकर पत्र लिखते है. इसके बाद भी पुलिस सुरक्षा नहीं दे पाई. अब डीजीपी एनआईए को पत्र लिख रहे हैं।
रमन सिंह ने कहा कि झीरम घाटी घटना के समय मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे. उस दौरान NIA जांच तय हुई थी. आज अचानक मुख्यमंत्री के मन में NIA के प्रति मोह जागृत हो गया है.
डीजीपी ने NIA को लिखा पत्र
डीजीपी ने एनआईए को पत्र लिखकर इस मामले की जांच की मांग की है। बस्तर में हुए तीन जनप्रतिनिधि की हत्या की जांच का अनुरोध किया गया है। पत्र में लिखा गया है ‘बस्तर में विगत सप्ताह तीन जन प्रतिनिधि की हत्या हुई थी। “माओवादियों का इलाका लगातार सिकुड़ने से नक्सली बौखलाहट में”नक्सली बौखलाहट में जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं’, केंद्रीय सुरक्षा बल और राज्य पुलिस के प्रयास से विगत वर्षों में नक्सली उन्मूलन में सफलता मिली।
महीनेभर में 3 को नक्सलियों ने उतारा मौत के घाट
5 फरवरी 2023 को बीजापुर जिले के आवापल्ली इलाके के एक अंदरूनी गांव में मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्केम को माओवादियों ने मारा था।
10 फरवरी 2023 को नारायणपुर के छोटे डोंगर में BJP के जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की गोली मारकर हत्या की गई।
11 फरवरी की शाम माओवादियों ने इंद्रावती नदी के पार दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले की सरहद पर BJP नेता रामधर अलामी की हत्या की थी।