गिरौदपुरी और सोनाखान का नाम बदलने पर सतनाम के अनुवाई और शहीद वीर नारायण के वंशज हुए नाराज..जानिए क्या कहना है लोगों को

जयप्रकाश साहू@बलौदाबाजार. छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के महापुरूषों तथा आस्था के केंद्रों को जनभावनाओं के अनुरूप नई पहचान देने के लिए दो अलग स्थानों गिरौदपुरी और सोनाखान का नाम बदलने के निर्देश दिया गया. जिसके बाद अब गिरौदपुरी को बाबा गुरू घासीदास धाम गिरौदपुरी और सोनाखान को शहीद वीरनारायण सिंह धाम सोनाखान के नाम से जाना जाएगा। शासन द्वारा शीघ्र ही राजपत्र में इन दोनो स्थानों के नए नामकरण संबंधी अधिसूचना का प्रकाशन किया जाएगा।
बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में स्थित गिरौदपुरी बाबा गुरु घासीदास जी का जन्मस्थल एवं तपोभूमि है। जो सतनामी समाज के अनुयायी है। वही स्थानीय लोग लंबे समय से बलौदाबाजार-भाटापारा जिले को बाबा गुरू घासीदास के नाम से प्रतिष्ठित करने की मांग कर रहे थे। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज उनकी यह बहुप्रतीक्षित मांग को दरकिनारे करते हुए गिरौदपुरी को बाबा गुरुघासी दास धाम गिरौदपुरी कर दिया है. वही बलौदाबाजार जिले में ही स्थित सोनाखान जहाँ 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम व छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद वीरनारायण सिंह के नाम से जाना जाता है. वह आज सोनाखान अब शहीद वीरनारायण सिंह धाम के नाम से जाना जाएगा ।
वही आपको बता दें सोनाखान के शहीद वीरनारायण सिंह धाम सोनाखान के रूप में नए नामकरण से उनके वंशज व क्षेत्रवासियो ने मुख्यमंत्री के घोषणा का विरोध किया है । वही मुख्यमंत्री एवं संसदीय सचिव चंद्रदेव राय, गुरूदयाल सिंह बंजारे, इंद्रशाह मंडावी, यू.डी. मिंज तथा विधायक बृहस्पत सिंह, गुलाब सिंह कमरो और डॉ. विनय जायसवाल के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त की है ।