कांग्रेस ने बीएलओ से घोषणा पत्र लेने की मांग की, कहा- एक माह में तीन बार सर्वे असंभव

भोपाल। मध्यप्रदेश में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (SIR) से पहले राजनीतिक दलों की बैठक में कांग्रेस ने कई आपत्तियां दर्ज कीं।
कांग्रेस नेता जेपी धनोपिया ने कहा कि जिन घरों में 15 या अधिक मतदाता हैं, वहां बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) से अलग से घोषणा पत्र लिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि एक माह में बीएलओ को तीन बार हर मतदाता के घर भेजना संभव नहीं है, यह जल्दबाजी का फैसला है। साथ ही लंबे समय से एक ही क्षेत्र में कार्यरत बीएलओ का स्थानांतरण करने की मांग भी की गई।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव झा ने कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में SIR प्रक्रिया की रूपरेखा साझा की। धनोपिया ने 10 बिंदुओं पर प्रश्न उठाए — जिनमें नए मतदान केंद्रों को सूची में शामिल न करने, गणना पत्रक (एन्युमरेशन फॉर्म) की भाषा हिंदी करने, मतदाता सूची को आधार से जोड़ने और मकान नंबरों के सत्यापन की मांग प्रमुख थी।
उन्होंने कहा कि यदि बीएलओ को गणना पत्रक वापस नहीं मिलता, तो मतदाताओं के नाम सूची से नहीं हटाए जाने चाहिए। वहीं, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी झा ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची फ्रीज हो चुकी है और एसआईआर की प्रक्रिया 28 अक्टूबर 2024 से शुरू होकर 7 फरवरी 2026 तक चलेगी।
बीएलओ की ट्रेनिंग 3 नवंबर तक होगी और 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक घर-घर सर्वे चलेगा। प्रारूप सूची 9 दिसंबर को जारी होगी और अंतिम सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी। झूठी जानकारी देने वालों पर लोक प्रतिनिधित्व कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।





