
रायपुर। मणिपुर की घटना को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पिछले 3 माह से मणिपुर जल रहा प्रधानमंत्री एक बार भी उसके बारे में वक्तव्य नहीं दी।
पहली बार मीडिया के सामने आए मणिपुर के बारे में कोई बात नहीं कहीं , राजस्थान और छत्तीसगढ़ को भी लपेट लिया। मणिपुर की घटना के बारे में महिला के साथ बलात्कार की हुआ ,निर्वस्त्र घुमाया भी गया।
पूरा देश इस मामले में चिंतित है ,प्रधानमंत्री ने एक शब्द नहीं कहा छत्तीसगढ़ दौरे में आए थे , चुनावी दौरे पर साढ़े 4 साल में पहली बार आया, लेकिन भाषण में कहीं भी एक बार भी कानून व्यवस्था को लेकर बात नहीं की। अमित शाह कई बार आ चुके हैं कानून व्यवस्था के बारे में कोई बात नहीं कही। अचानक आज ,क्योंकि राजस्थान छत्तीसगढ़ में चुनाव है दोनों को मणिपुर के साथ तुलना की है। जबकि छत्तीसगढ़ में ऐसी कोई हालात नहीं है। उत्तर प्रदेश में कैसे अदालत में हत्या हो रही है, अस्पताल में हत्या हो रही है। मध्यप्रदेश में आदिवासियों के साथ अनुसूचित जातियों के साथ दुर्व्यवहार हो रहे हैं।
उसके उसके बारे में कुछ नहीं कह रहे। प्रधानमंत्री के द्वारा राजस्थान ,छत्तीसगढ़ का मणिपुर के साथ जोड़ा।
दोनों प्रदेश की कोई तुलना नहीं है। वहां के जो हालात से उससे पूरा देश और चिंतित है। प्रधानमंत्री को विदेश जाने और चुनाव प्रचार करने में समय नहीं है। मणिपुर गए नहीं , वहां की सरकार से कोई बात नहीं की।
इसके पीछे की मंशा राजनीति है मणिपुर की घटना अलग प्रकार की घटना है। उसके बारे में बोलना चाहिए था, लेकिन छत्तीसगढ़ राजस्थान को जोड़ने का औचित्य क्या है। हमारे प्रदेश को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है बहुत दुर्भाग्य है। मणिपुर में डबल इंजन की सरकार है। वहां कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। चुनावी राजनीति के हिसाब से देश नहीं चलता।
मणिपुर के घटना से ध्यान भटकाना, उसके साथ में जोड़ना और मणिपुर के घटना को छुपाना चाहते हैं।
छत्तीसगढ़ राजस्थान के नाम जोड़कर पहली बार मीडिया के सामने आया और झूठ बोलकर गए।
कर्मचारियों पर लिए फैसले पर कहा कि फैसले से कर्मचारी काफी खुश है , आज मिलने किए लिए सभी संग़ठन के लोग आए थे धन्यवाद दिया।