
अंकित सोनी@सूरजपुर। एसईसीएल में नौकरी लगाने के नाम पर एक ही परिवार के दो बहनों से लाखों की ठगी के मामले में फरार चल रहे। मुख्य आरोपी को विश्रामपुर पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
दरअसल यह पूरा मामला बिश्रामपुर थाना क्षेत्र के माइनस कॉलोनी का है। जहां के रहने वाली आल्मा रेनू टोप्पो पॉलिटेक्निक कॉलेज बिलासपुर रह कर पढ़ाई कर रही थी। इसी दौरान रेनू का संपर्क उसी के साथ पढ़ने वाले सूरज और नीलेश ने कहकर यशवंत से कराया कि वह उन दोनों की सरकारी नौकरी लगवा रहा है और उसकी भी लगवा देगा। जिसके एवज में आरोपियों ने रेनू और उसकी बड़ी बहन से करीब 8 लाख 88 हजार रुपये ले लिए और एसईसीएल का फर्जी नियुक्ति पत्र देते हुए पुलिस वेरिफिकेशन करा कर नौकरी ज्वाइन करने की बात कही।
जब पीड़िता वेरिफिकेशन के लिए थाने पहुंची तो उनको ठगे जाने का एहसास हुआ। जिसके बाद उन्होंने विश्रामपुर पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले में संलिप्त तीन युवकों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था,,,, जबकि मामले का मुख्य आरोपी यशवंत सोनवानी फरार चल रहा था जिसको पुलिस ने कोरबा में दबिश देकर गिरफ्तार किया और न्यायिक हिरासत में भेजा है ।





