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बच्चों का भविष्य संवारने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग पर : CM विष्णु देव साय

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को मंत्रालय महानदी भवन में अंजोर विजन 2047 के तहत शिक्षा विभाग की दीर्घकालीन रणनीति पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य को स्वर्णिम बनाने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की है। इसलिए कार्ययोजना ठोस हो और उसका क्रियान्वयन पूरी ईमानदारी के साथ जमीन पर दिखना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विकसित भारत 2047 का लक्ष्य तय किया गया है और इसी दिशा में ‘अंजोर विजन’ के माध्यम से विकसित छत्तीसगढ़ का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षा इस पूरे विजन का आधार है, क्योंकि दक्ष और कुशल बच्चे ही भविष्य की चुनौतियों को सफलतापूर्वक संभाल सकते हैं। बैठक में विभागीय सचिव ने स्कूल शिक्षा की वर्तमान स्थिति, योजनाओं और आवश्यक सुधारों का विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यदि शिक्षक अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभाएं तो राज्य के बच्चों को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने शिक्षकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ाने, प्रतिभावान शिक्षकों को नेतृत्व के अवसर देने और बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने के निर्देश दिए। साथ ही, आंगनबाड़ी और बालवाड़ी शिक्षा को मजबूत करने तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ समन्वय बढ़ाने पर जोर दिया।

बैठक में अंजोर विजन के तहत 1000 मॉडल स्कूल, स्कूल कॉम्प्लेक्स प्रणाली, एआई आधारित मूल्यांकन, व्यक्तिगत पाठ योजनाएं, STEM शिक्षा का विस्तार, साइंस सिटी की स्थापना, रोबोटिक्स एवं एआई लैब शुरू करने जैसे प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई। इसके अलावा 2035 तक ड्रॉपआउट दर शून्य करने, परीक्षाओं में पारदर्शिता, प्रश्नपत्र निर्माण की उन्नत प्रणाली और ट्रैकिंग सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए गए। बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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