भगत-राजगुरु-सुखदेव बनकर सड़कों पर उतरे टीचर, समायोजन की मांग को लेकर प्रदर्शन

रायपुर। रविवार को रायपुर की सड़कों पर बी.एड. प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों का एक अनोखा प्रदर्शन देखा गया। इस रैली में शिक्षक भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की वेशभूषा में नारेबाजी करते हुए चलते दिखे। हाथों में जंजीर और कैदियों जैसे कपड़े पहने इन शिक्षकों के साथ भारत माता तिरंगा भी थामे हुई दिखाई दी।
बस स्टैंड से टिकरापारा तक पैदल मार्च निकाला
यह रैली रायपुर के बस स्टैंड से टिकरापारा शहीद भगत सिंह की प्रतिमा तक पैदल मार्च के रूप में निकाली गई। इस दौरान शिक्षकों ने शहीदी दिवस पर भगत सिंह को श्रद्धांजलि दी। इस रैली में एक हजार से अधिक शिक्षक शामिल हुए, जो समायोजन की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे थे। इन शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने उन्हें भर्ती तो किया था, लेकिन अब उन्हें अयोग्य ठहराना गलत है।
समायोजन की मांग को लेकर प्रदर्शन
इन शिक्षकों का मुख्य मुद्दा समायोजन है, यानी सरकार से यह मांग कि बी.एड. धारकों को अन्य पदों पर समायोजित किया जाए, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को अधिकार दिया है। हालांकि अब तक सरकार की ओर से इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

खून से पत्र लिखकर कर चुके है प्रदर्शन
पिछले कुछ समय से ये शिक्षक शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। 20 मार्च को उन्होंने मुख्यमंत्री को खून से पत्र भी लिखा था। इसके साथ ही आंदोलन के दूसरे चरण के दौरान उन्होंने सामूहिक मुंडन भी कराया था। शिक्षकों का कहना है कि अगर सरकार ने जल्दी ही समाधान नहीं निकाला, तो उनका आंदोलन और उग्र होगा। शिक्षकों ने पहले भी कई बार धरना, अनशन, मशाल जुलूस और ज्ञापन सौंपने जैसे प्रदर्शन किए हैं। अब यह आंदोलन उग्र रूप ले सकता है, और सरकार से जल्द ही ठोस निर्णय की उम्मीद की जा रही है।