त्रिपुरा में बंधक बने सरगुजा के पहाड़ी कोरवा दंपति, वीडियो जारी कर लगाई मदद की गुहार

अंबिकापुर। सरगुजा जिले के एक पहाड़ी कोरवा दंपति अपने बच्चे के साथ त्रिपुरा में बंधक बने हुए हैं। उन्होंने वीडियो कॉल के जरिए अपने गांव के एक शिक्षक को आपबीती सुनाई, जिसके बाद परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जल्द से जल्द उन्हें छत्तीसगढ़ वापस लाने का भरोसा दिया है।
यह मामला सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम देवगढ़ के पास स्थित राजाआटा गांव का है। कोरवा समुदाय का यह परिवार अच्छे मेहनताने के लालच में मानव तस्करी का शिकार हो गया। पिछले 6 महीनों से यह दंपति त्रिपुरा के एक ईंट भट्ठे में जबरन काम करने को मजबूर है।
व्यवसायी कर रहा मारपीट, नहीं मिल रहा मेहनताना
पीड़ितों का आरोप है कि भट्ठा मालिक उनके साथ मारपीट करता है और काम के बदले कोई पैसा भी नहीं देता। जब भी वे घर लौटने की बात करते हैं, उन्हें धमकाया जाता है।
वीडियो कॉल के जरिए मांगी मदद
दंपति ने अपने गांव के एक शिक्षक को वीडियो कॉल के जरिए आपबीती सुनाई, जिसके बाद परिजनों ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उनकी हालत देखकर गांव के लोग चिंतित हैं।
परिजनों ने दर्ज कराई शिकायत, पुलिस ने दिया भरोसा
शिक्षक और पीड़ित परिवार के परिजनों ने सीतापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी ने बताया कि मामला वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया गया है और बंधकों को जल्द वापस लाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सरकार और प्रशासन की तेजी से कार्रवाई ही इस परिवार को सुरक्षित वापस ला सकती है।