ChhattisgarhStateNewsछत्तीसगढ़
तेंदूपत्ता बोनस घोटाला: EOW की जांच में 3.92 करोड़ का खुलासा, DFO समेत 14 आरोपी

सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस कैश में देने की व्यवस्था को अफसरों और समिति प्रबंधकों ने भारी भ्रष्टाचार का जरिया बना लिया। भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो (EOW) की जांच में करीब 3.92 करोड़ रुपए के गबन की पुष्टि हुई है। यह घोटाला वर्ष 2021-2022 के तेंदूपत्ता सीजन से जुड़ा है, जिसमें कुल 7 करोड़ की अनियमितता की आशंका जताई गई है।
EOW को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बोनस वितरण में बड़े पैमाने पर हेराफेरी हुई है। गोपनीय जांच में पुख्ता सबूत मिलने के बाद 27 जून को छापा मारा गया। जांच में सामने आया कि तत्कालीन DFO अशोक कुमार पटेल ने अन्य अफसरों और समितियों के प्रबंधकों के साथ आपसी साठगांठ कर संग्राहकों का पैसा खुद रख लिया।
चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे
- 4500 पन्नों की चार्जशीट में बताया गया है कि
- DFO अशोक कुमार पटेल को 91.90 लाख रुपए मिले।
- राजनेताओं को 7.5 लाख
- पत्रकारों को 5.9 लाख रुपए दिए गए।
- समिति प्रबंधकों ने निजी खर्च में 2.82 करोड़ रुपए उड़ाए।
इस तरह हुआ गबन
- बोनस की राशि वन समितियों के खातों में डाली गई और वहां से नकद निकासी कर अफसरों और प्रबंधकों में बांट दी गई।
- दुर्गम और नक्सल क्षेत्रों की समितियों से 50% कमीशन
- आसान क्षेत्रों की समितियों से 10-15% कमीशन वसूला गया
इन आरोपियों ने किया गबन
- अशोक कुमार पटेल
- चैतूराम बघेल
- देवनाथ भारद्वाज
- मनीष कुमार बारसे
- पोड़ियामी इड़िमा
- पायम सत्यनारायण
- मोहम्मद शरीफ
- सीएच.रमना
- सुनील नुप्पो
- रवि कुमार
- आयतू कोरसा
- मनोज कवासी
- राजशेखर पुराणिक
- बी.संजय रेड्डी
इन क्षेत्रों में हुआ घोटाला
- गोलापल्ली
- मरईगुड़ा
- किस्टाराम
- चिंतलनार
- भेज्जी
- जगरगुंडा
- पोलमपल्ली