तेजस से अस्त्र मिसाइल का सफल परीक्षण, अब भारत के पास भी अमेरिका, रूस और फ्रांस जैसी तकनीकी

दिल्ली। ओडिशा के चांदीपुर में बुधवार को भारतीय वायुसेना ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। यहां स्वदेशी अस्त्र एयर-टू-एयर मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। यह मिसाइल LCA तेजस MK1 प्रोटोटाइप से लॉन्च की गई।
अस्त्र मिसाइल पहले ही भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो चुकी है। अब इस मिसाइल का स्वदेशी लड़ाकू विमानों जैसे तेजस के साथ सफलतापूर्वक परीक्षण भारत की एक बड़ी उपलब्धि है।
अस्त्र मिसाइल 100 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक दुश्मन के विमानों को मार गिराने में सक्षम है। यह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है, जिससे भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जो लंबी दूरी की एयर-टू-एयर मिसाइलों का निर्माण कर सकते हैं। पहले अमेरिका, रूस और फ्रांस ही इस तकनीक के मालिक थे।
तेजस के साथ पहली बार सफल ट्रायल
इससे पहले अस्त्र मिसाइल को सुखोई Su-30 MKI जैसे विमानों पर तैनात किया गया था। लेकिन अब LCA तेजस जैसे स्वदेशी फाइटर जेट्स के साथ इसका परीक्षण यह साबित करता है कि यह पूरी तरह से फिट बैठती है। इससे भारतीय वायुसेना अपनी ताकत को और मजबूत करेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफलता पर DRDO, IAF, ADA और HAL की टीम को बधाई दी और इसे ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में बड़ा कदम बताया। यह परीक्षण भारत की डिफेंस डिटरेंस (रक्षा प्रतिरोधक क्षमता) को और मजबूत करेगा, खासकर सीमा पर बदलते हवाई युद्ध के माहौल में।
स्वदेशी रक्षा क्षेत्र को मिलेगा बड़ा बढ़ावा
अस्त्र मिसाइल का सफल परीक्षण भारत के स्वदेशी रक्षा उत्पादन के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है। इसके साथ LCA तेजस MK1A की मारक क्षमता भी बढ़ेगी। आने वाले महीनों में अस्त्र मिसाइल के और परीक्षण होंगे, जिससे इसकी सटीकता और विश्वसनीयता का और परीक्षण किया जाएगा। इसे भविष्य के फाइटर जेट्स जैसे LCA MK2 और AMCA में भी शामिल किया जाएगा। इससे भारत को एयर-टू-एयर मिसाइल प्रणाली में आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी और विदेशी हथियारों पर निर्भरता कम होगी।
अस्त्र मिसाइल की 3 खासियत
- स्मोकलेस प्रोपल्शन टेक्नोलॉजी: जिससे दुश्मन को इसकी मौजूदगी का पता नहीं चलता।
- एडवांस्ड इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम: जो तेज गति से उड़ते लक्ष्यों को भी सटीक निशाना बना सकता है।
- स्वदेशी लड़ाकू विमानों के लिए पूरी तरह से अनुकूल।