गुणवत्ताहीन कैल्शियम टैबलेट्स का नहीं हुआ वितरण, शुरुआती जांच में ही पकड़ी गई खराबी

रायपुर। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉरपोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) ने स्पष्ट किया है कि गुणवत्ताहीन कैल्शियम विटामिन डी3 टैबलेट्स का वितरण किसी मरीज या अस्पताल को नहीं किया गया है।
यह खराबी कोरबा वेयरहाउस में प्रारंभिक जांच के दौरान ही सामने आ गई थी, जब कर्मियों ने टैबलेट्स को स्ट्रिप्स से बाहर निकालने पर उन्हें टूटता पाया। इसकी जानकारी तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों और क्वालिटी कंट्रोल विभाग को दी गई, जिसके बाद पूरे बैच की आपूर्ति पर रोक लगा दी गई।
सीजीएमएससी के अनुसार यह खेप हेल्थ लाईफ फार्म लिमिटेड द्वारा सप्लाई की गई थी, जिसमें कुल 65 बॉक्स यानी 6,500 टैबलेट्स शामिल थीं। इन टैबलेट्स की कोई यूनिट मरीजों तक नहीं पहुंची है और न ही किसी अस्पताल को भेजी गई है। अभी तक इस खेप का कोई मटेरियल प्राप्ति प्रमाण पत्र भी जारी नहीं किया गया है।
नियमानुसार, किसी भी दवा को तब तक सरकारी सिस्टम में शामिल नहीं किया जाता, जब तक उसकी गुणवत्ता की पुष्टि न हो जाए। दोषपूर्ण बैच को तुरंत ब्लॉक कर दिया गया है और सप्लायर को सैंपल सहित उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने और खराब दवाओं को बदलने के निर्देश दिए गए हैं। यदि टेंडर शर्तों का पालन नहीं किया गया, तो सप्लायर पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। सीजीएमएससी ने जनता को भरोसा दिलाया है कि राज्य में दवाओं की गुणवत्ता जांच की प्रणाली मजबूत और सतर्क है। सभी दवाएं एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में जांच के बाद ही वितरित की जाती हैं।