
दुर्गा प्रसाद सेन@बेमेतरा. आपने कई कलाकारों को बांसुरी बजाते हुए कई बार देखा होगा लेकिन क्या कभी आपने किसी कलाकार को नाक से बांसुरी बजाते हुए देखा है। चौक गए ना आप जी हां हम बात कर रहे हैं बेमेतरा जिले की ग्राम सलधा के रहने वाले राम नारायण तिवारी की, जो मुंह के बजाय अपनी नाक से बांसुरी बजाते हैं। जिसके चलते पूरी फिजा सुरमय में हो जाती है। कई लोग उनके इस कलाकारी को आश्चर्यजनक रूप से सुनते रहते हैं. इस अद्भुत हुनर के बदौलत वह स्थानीय छत्तीसगढ़ी गीत के अलावा हिंदी गीतों की धुन को बड़े ही सुरीली तरीके से अपने बांसुरी से बजाते हैं और लोग उसे सुनते रहते हैं।
नाक से बांसुरी बजाने की प्रैक्टिस शुरू की
राम नारायण तिवारी ने बताया कि अक्सर वह लोगों के मुंह से बांसुरी बजाते हुए देखा उन्होंने सोचा कि कुछ अलग किया जाए और इसी को लेकर उन्होंने नाक से बांसुरी बजाने की प्रैक्टिस शुरू की। लगभग 3 साल के अथक मेहनत के बाद उन्होंने नाक से बांसुरी बजाना शुरू कर दिया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि नाक से बांसुरी बजाने के लिए उन्होंने किसी गुरु का सहारा नहीं लिया। वह स्वयं इसके लिए लगातार मेहनत करते रहे और पिछले 10 सालों से बांसुरी बजा रहे हैं ,
राम नारायण तिवारी बांसुरी बजाने के शौकीन
राम नारायण तिवारी बांसुरी बजाने के इतने शौकीन है कि वह अपने गांव से खेत व सामान खरीदने बाजार जाते हैं तो साइकल चलाते-चलाते भी बांसुरी बजाते हैं,
जिला प्रशासन और राज्य शासन ऐसे कलाकारों की कला को सुरक्षित करें, ताकि आने वाली पीढ़ी को कुछ दिया जा सके। लेकिन अब तक राज्य शासन व जिला प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की गई है। न किसी प्रकार की कोई सहायता लाइन से कोई संपर्क किया गया है। उनका कहना है कि अगर कोई इस कला को सीखना चाहता है तो वह अवश्य लोगों को सिखाएंगे।