राज्य नीति आयोग के अफसरों ने सीखा निगरानी–मूल्यांकन और डाटा संग्रह का तरीका

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य नीति आयोग द्वारा मॉनिटरिंग और इवैल्यूएशन (निगरानी एवं मूल्यांकन) पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का सफल समापन हुआ।
यह कार्यशाला नीति आयोग, भारत सरकार के सहयोग से अटल नगर, नवा रायपुर में आयोजित की गई। इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी योजनाओं की निगरानी को मजबूत बनाना और नीति निर्माण को डेटा-आधारित बनाना था। कार्यशाला में एक्सपर्ट द्वारा नीतियों और योजनाओं की सफलता या विफलता का मूल्यांकन कर सुधार की दिशा में कदम उठाने पर जोर दिया गया। इसके साथ ही डेटा एनालिटिक्स और गुणवत्ता आश्वासन (क्वालिटी एश्योरेंस) के महत्व एवं प्रभाव, प्रक्रियात्मक और परिणाम मूल्यांकन से अधिकारियों को अवगत कराया गया।
अधिकारियों को मिला प्रशिक्षण
इस कार्यशाला में राज्य शासन के अधिकारियों को योजनाओं की निगरानी, मूल्यांकन तकनीक, डेटा संग्रह और विश्लेषण पर प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें बताया गया कि लॉजिकल फ्रेमवर्क और थ्योरी ऑफ चेंज का उपयोग कर योजनाओं की प्रभावशीलता कैसे बढ़ाई जा सकती है। कार्यशाला में सुशासन एवं अभिसरण विभाग, उच्च शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, पंचायत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्कूल शिक्षा, खाद्य विभाग, नगरीय प्रशासन और योजना विभाग सहित कई अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।